प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की 145वीं जयंती पर 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. सरदार पटेल की जयंती को 'राष्ट्रीय एकता दिवस' के रूप में मनाया जा रहा है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को एकता की शपथ दिलाई और एकता दिवस परेड में हिस्सा लिया. इसके बाद करने के बाद पीएम मोदी ने एकता दिवस कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने चीन को चेतावनी दी तो पाकिस्तान के साथ विपक्ष पर भी हमला बोला.
पुलवाला हमले पर राजनीति करने वालों पर बरसे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आज यहां जब मैं अर्धसैनिक बलों की परेड देख रहा था, तो मन में एक और तस्वीर थी. ये तस्वीर थी पुलवामा हमले की. देश कभी भूल नहीं सकता कि जब अपने वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे, वो पुलवामा हमले में अपना राजनीतिक स्वार्थ देख रहे थे. देश भूल नहीं सकता कि तब कैसी-कैसी बातें कहीं गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए. देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था, तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी.'
'पाकिस्तान की संसद में सत्य स्वीकारा गया'
प्रधानमंत्री मोदी बोले, पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है.
देश को कमजोर करने वालों से सतर्क रहने की अपील
देश की विविधता को उसकी ताकत और अस्तित्व है बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश एकजुट है तो असाधारण हैं, लेकिन भारत की ये एकता और ये ताकत दूसरों को खटकती भी रहती है, उन्होंने देशवासियों से अपील करते हुए कहा, 'हमारी इस विविधता को ही कुछ लोग हमारी कमजोरी बनाना चाहते हैं. ऐसी ताकतों को पहचानना जरूरी है, सतर्क रहने की जरूरत है.'
मोदी ने राजनीतिक दलों से किया ये आग्रह
प्रधानमंत्री मोदी ने राजनीतिक दलों से आग्रह करते हुए कहा, 'देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें. अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देशविरोधी ताकतों के हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का.' मोदी ने कहा कि हमें ये हमेशा याद रखना है कि हम सभी के लिए सर्वोच्च हित- देशहित है. जब हम सबका हित सोचेंगे, तभी हमारी भी प्रगति होगी, उन्नति होगी.
आतंकवाद पर विश्व समुदाय से एकजुट होने की अपील
प्रधानमंत्री ने आतंकवाद को मानवता के लिए वैश्विक चिंता का विषय बताते हुए विश्व समुदाय से इसके खिलाफ एकजुट होने की अपील की. अपने संबोधन में उन्होंने कहा, 'प्रगति के प्रयासों के बीच कई ऐसी चुनौतियां भी हैं, जिनका सामना आज भारत और पूरा विश्व कर रहा है. बीते कुछ समय से दुनिया के अनेक देशों में जो हालात बने हैं, कुछ लोग आतंकवाद के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं, वह आज मानवता के लिए, विश्व के लिए, शांति के उपासकों के लिए वैश्विक चिंता का विषय बना हुआ है. इस माहौल में दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को सभी पंथों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की सबसे ज्यादा जरूरत है.'
विस्तारवादी सोच वाले चीन को सख्त चेतावनी
मोदी ने विस्तारवादी सोच वाले चीन को सख्त चेतावनी दी है. राष्ट्रीय एकता दिवस पर गुजरात के केवड़िया में प्रधानमंत्री ने चीन को चेताते हुए कहा कि आज भारत अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है. चीन का नाम लिए बगैर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भारत की भूमि पर नजर गड़ाने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है. उन्होंने कहा कि आज का भारत सीमाओं पर सैकड़ों किलोमीटर लंबी सड़कें बना रहा है, दर्जनों ब्रिज, अनेक सुरंगें बना रहा है.
कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का भी जिक्र
इस दौरान मोदी ने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'विपदा और चुनौतियों के बीच देश में कई ऐसे काम किए हैं, जो कभी असंभव मान लिए गए. इसी मुश्किल समय में धारा 370 हटाने के बाद कश्मीर ने समावेश का 1 साल पूरा किया है. आज के दिन ही 1 साल पहले यह कार्य हुआ था. जब सरदार पटेल जीवित थे, बाकी राजे रजवाड़ों के साथ, यह काम और उनके जिम्मे होतातो, आज आजादी के इतने वर्षों बाद भी यह काम करने की नौबत मुझ पर नहीं आती. लेकिन सरदार साहब का वह काम अधूरा था, उन्हीं की प्रेरणा से उस कार्य को पूरा करने का सौभाग्य मिला.' मोदी ने कहा कि कश्मीर के विकास में जो बाधाएं आ रही थी, उन्हें पीछे छोड़कर अब कश्मीर विकास के नए मार्ग पर बढ़ चला है.
मोदी के भाषण में राम मंदिर का भी जिक्र
अपने भाषण में पीएम मोदी ने राम मंदिर का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'सोमनाथ के पुनर्निर्माण से सरदार पटेल ने भारत के सांस्कृतिक गौरव को लौटाने का जो यज्ञ शुरू किया था, उसका विस्तार देश ने अयोध्या में भी देखा है. आज देश राममंदिर पर सुप्रीमकोर्ट के फैसले का साक्षी बना है और भव्य राममंदिर को बनते भी देख रहा है.'
मोदी ने महर्षि वाल्मीकि को भी किया याद
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महर्षि वाल्मीकि को भी याद किया. उन्होंने कहा, 'ये भी अद्भुत संयोग है कि आज ही वाल्मीकि जयंती भी है. आज हम भारत की जिस सांस्कृतिक एकता का दर्शन करते हैं, जिस भारत को अनुभव करते हैं, उसे और जीवंत और ऊर्जावान बनाने का काम सदियों पहले आदिकवि महर्षि वाल्मीकि ने ही किया था. भगवान श्रीराम के आदर्श, उनके संस्कार अगर आज भारत के कोने-कोने में हमें एक दूसरे से जोड़ रहे हैं, तो इसका बहुत बड़ा श्रेय महर्षि वाल्मिकी जी को ही जाता है. राष्ट्र और मातृभूमि को सबसे बढ़कर मानने का महर्षि वाल्मीकि का जो मंत्र था, वही आज राष्ट्र प्रथम का मजबूत आधार है.'
कोरोना वॉरियर्स के योगदान को किया याद
कोराना वायरस के संकट काल में कोरोना वॉरियर्स के योगदान को याद किया. पीएम मोदी ने कहा, 'किसी ने कल्पना नहीं की थी कि पूरी मानवजाति को कोरोना जैसी महामारी की सामना करना पड़ेगा. लेकिन इस महामारी के सामने देश ने जिस तरह अपने सामूहिक सामर्थ्य को, अपनी सामूहिक इच्छाशक्ति को साबित किया वो अभूतपूर्व है. कोरोना वारियर्स के सम्मान में 130 करोड़ देशवासियों ने एक होकर जो जज्बा दिखाया, एकता का जो संदेश दिया, उसने 8 महीने से हमें इस संकट से लड़ने, जूझने और विजयपथ पर आगे बढ़ने की ताकत दी है. आज भारत कोरोना से उभर भी रहा है और एकजुट होकर आगे भी बढ़ रहा है.'
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Source : News Nation Bureau