पीएम मोदी ने सोमवार को डीएमके (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम) चीफ़ एम करुणानिधी से चेन्नई स्थित उनके आवास पर मुलाक़ात की। पीएम मोदी के अपने इस चौकाने वाले राजनीतिक मूव से विरोधियों के कान एक बार फिर खड़े कर दिए हैं।
बता दें कि मोदी सोमवार को अपने चेन्नई दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने डीएमके चीफ करुणानिधि से मुलाक़ात की। इतना ही नहीं करुणानिधी को अपने दिल्ली स्थित आवास पर आने का न्योता भी दिया।
ज़ाहिर है कि डीएमके केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करती रही है। इतना ही नहीं तमिलनाडु की राजनीति में डीएमके को एआईडीएमके (ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) का घुर विरोधी माना जाता है। जो आजकल बीजेपी के काफी क़रीब माना जा रहा है।
एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता की मौत के बाद कई बार पार्टी के मुश्किल समय में बीजेपी ने अहम भुमिका निभाई है। ऐसे में पीएम मोदी के इस क़दम से हर कोई हैरान है।
हालांकि बीजेपी ने मोदी-करुणानिधि की इस मुलाकात को केवल शिष्टाचार भेंट बताते हुए सभी राजनीतिक अटकलों को ख़ारिज़ करने की कोशिश की है। वहीं डीएमके ने भी अपना रुख़ साफ करते हुए कहा है कि इस मुलाक़ात के कोई राजनीतिक मायने न निकाला जाए।
सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान मोदी ने करुणानिधि को दिल्ली में उनके आवास पर आने का न्योता दिया और वहां आराम करने का आग्रह भी किया।
बता दें कि डीएमके चीफ़ करुणानिधि काफी समय से बीमार चल रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और राज्य के बीजेपी चीफ के साथ मुलाक़ात करने पहुंचे थे।
पनामागेट की जांच कर रही मल्टी एजेंसी करेगी पैराडाइज पेपर्स की जांच, CBDT चेयरमैन होंगे अध्यक्ष
Source : News Nation Bureau