प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 दिसंबर को जन्मदिन है. इस दिन विश्वकर्मा जयंती भी है. देश में यह दिन गरीबी से लड़ने और उत्थान के लिए भी समर्पित है. केंद्र सरकार ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर देश के गरीबों के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भी लॉन्च की है. ऐसे में भाजपा ने पीएम मोदी के जन्मदिन को विशेष तौर मनाने की योजना तैयार की है. इस बीच राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भाजपा (ओबीसी मोर्चा) राधेश्याम सिंह यादव ने 17 सितंबर को एक नए समर्पण के रूप में मनाने का फैसला लिया है. उन्होंने 17 सितंबर के महत्व के बारे में विस्तार बताया है.
17 सितंबर का पहला महत्व :
17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती है और इस दिन भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना की जाती है. भगवान विश्वकर्मा को यंत्रों का देवता और संसार का पहला इंजीनियर एवं वास्तुकार माना जाता है.
17 सितंबर का दूसरा महत्व
निजाम के शासन से हैदराबाद को 17 सितंबर को मुक्ति मिली थी. इस पर बीजेपी सरकार ने इस दिन को हैदराबाद की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लेने वाले सेनानियों की स्मृति में हैदराबाद मुक्ति दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया.
17 सितंबर का तीसरा महत्व
राधेश्याम सिंह यादव ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज जन्मदिन है, जिन्होंने देश को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया है. मोदी सरकार की कल्याणकारी नीतियों और योजनाओं से आम जनता खुशहाल है. सत्ता संभालने के बाद आज तक पीएम मोदी ने एक भी दिन छुट्टी नहीं ली और लगातार गरीबों की स्थिति में सुधार किया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने माताओं और बहनों के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की. अब तक इस योजना से 10 करोड़ से अधिक लाभार्थी परिवार जुड़ गए हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों और असहायों के पक्के मकान का सपना पूरा हुआ. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के खाते में साल 6 हजार रुपये पहुंच रहे हैं. मोदी सरकार ने कोरोना काल में सामान्य कोटे के साथ प्रति व्यक्ति 5 किलो फ्री राशन भी दिया.
Source : News Nation Bureau