प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि(पीएम-किसान) योजना के तहत आजी यानी 9 अगस्त को अगली किश्त जारी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 9.75 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को 19,500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का हस्तांतरण की. कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने किसान लाभार्थियों से बातचीत करने के साथ राष्ट्र को संबोधित भी किया. इस अवसर पर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी उपस्थित रहे. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि(पीएम-किसान) योजना के तहत, पात्र लाभार्थी किसान परिवारों को 6000 रूपए प्रति वर्ष की आर्थिक मदद दी जाती है. 2000 रुपये की 3 किस्तों में प्रत्येक 4 माह में प्रदान किया जाता है. धनराशि को सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में हस्तांतरित किया जाता है. इस योजना के अंतर्गत, अब तक 1.38 लाख करोड़ रुपये से अधिक की सम्मान राशि किसान परिवारों के बैंक खातों में हस्तांतरित की जा चुकी है.
पीएम मोदी ने आज भारत कृषि निर्यात के मामले में पहली बार दुनिया के टॉप-10 देशों में पहुंचा है. कोरोना काल में देश ने कृषि निर्यात के नए रिकॉर्ड बनाए हैं. आज जब भारत की पहचान एक बड़े कृषि निर्यातक देश की बन रही है. इससे जम्मू-कश्मीर में केसर की खेती को बहुत प्रोत्साहन मिलने वाला है. पीएम मोदी ने कहा कि खाद्य तेल में हमारा देश आत्मनिर्भर हो इसके लिए हमें काम करना है. इसके लिए राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन का संकल्प लिया गया है. आज देश भारत छोड़ो आंदोलन को याद कर रहा है, इस ऐतिहासिक दिन में ये संकल्प हमें ऊर्जा से भर देता है. परिणाम ये हुआ कि बीते 6 साल में देश में दाल के उत्पादन में लगभग 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश जब आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा, 2047 में तब भारत की स्थिति क्या होगी, ये तय करने में हमारी खेती, हमारे किसानों की बहुत बड़ी भूमिका है। ये समय भारत की कृषि को एक ऐसी दिशा देने का है, जो नई चुनौतियों का सामना कर सके और नए अवसरों का लाभ उठा सके. प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कईं दिनों से मैं सरकार की अलग अलग योजनाओं के लाभार्थियों से चर्चा कर रहा हूं. सरकार ने जो योजनाएं बनाई है, उनका लाभ लोगों तक कैसे पहुंच रहा है, ये और बेहतर तरीके से हमें पता चलता है। जनता जनार्दन से डायरेक्ट कनेक्शन का यही लाभ होता है.
Source : News Nation Bureau