प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भगवान बुद्ध की जन्म जयन्ती पर लुम्बिनी का भ्रमण करने वाले हैं. बुद्ध की जन्मस्थली में ही बुद्ध की जयन्ती के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम में सहभागी होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी 16 मई को लुम्बिनी आ रहे हैं. मोदी के नेपाल भ्रमण की औपचारिक घोषणा मंगलवार को किए जाने की तैयारी है. 2014 में सत्ता संभालने वाले प्रधानमंत्री मोदी का यह चौथा नेपाल भ्रमण है. विश्व सम्पदा सूची में रहे लुम्बिनी आगमन पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत के लिए नेपाल के प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउवा खुद मौजूद रहने वाले हैं. साथ में देउवा मंत्रिमंडल के कई मंत्री भी मोदी की आगवानी में लुम्बिनी में रहेंगे.
16 मई की दोपहर को दिल्ली से भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय विमानस्थल आने और वहां से वायुसेना के ही हेलीकॉप्टर से लुम्बिनी में उतरने का कार्यक्रम है.कुशीनगर में उत्तरप्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने वाले हैं.
मोदी की सुरक्षा की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए नेपाली सेना के कमांडो, सशस्त्र प्रहरी और नेपाल प्रहरी के विशेष सुरक्षा दस्ता के करीब 1000 कमांडों और करीब 2000 जवानों को लुम्बिनी के साथ ही आसपास के इलाकों में चप्पे चप्पे पर तैनात कर दिया गया है.प्रधानमंत्री मोदी का लुम्बिनी में जिस जिस स्थान पर कार्यक्रम तय है उन सभी स्थानों पर एसपीजी के सुरक्षा दस्ता को भी सादी वर्दी में तैनात कर दिया गया है.
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मोदी के लुम्बिनी आगमन को ध्यान में रखते हुए लुम्बिनी के अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार हॉल के पास ही चार हेलीपैड का निर्माण किया गया गया है.मोदी के साथ दो और हेलीकॉप्टर भी लुम्बिनी में उतरेगा जिसमें उनकी सुरक्षा में तैनात एसपीजी के जवान मौजूद रहने वाले हैं.
लुम्बिनी के मायादेवी मंदिर में प्रधानमंत्री मोदी डेढ से दो घंटे तक रहने वाले हैं जहां वो पूजा और ध्यान करने वाले हैं.बुद्ध जयन्ती के अवसर पर लुम्बिनी के माया देवी मंदिर में आयोजित होने जा रहे विशेष पूजा में मोदी के सहभागी होने की जानकारी नेपाली पक्ष ने दी है.
पूजा और ध्यान के बाद प्रधानमंत्री मोदी वहां मौजूद अशोक स्तम्भ में दीप प्रज्जवलन करने की योजना है.और साथ ही अशोक स्तम्भ के पास रहे पुष्करणी तालाब के किनारे रहे बोधी वृक्ष के नीचे विश्राम करेंगे.
लुम्बिनी में ही यूनेस्को के द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह में प्रधानमंत्री मोदी मुख्य अतिथि के तौर पर सहभागी होने वाले हैं.इस समारोह को प्रधानमंत्री मोदी के साथ नेपाल के प्रधानमंत्री देउवा भी सम्बोधन करने वाले हैं.
प्रधानमंत्री मोदी लुम्बिनी में ही भारत सरकार के तरफ से सबसे बडे बुद्ध विहार के निर्माण का शिलान्यास करने वाले हैं.बुद्ध की जन्मस्थली में दुनियां के सभी बौद्ध अनुयायी देशों के तरफ से अपना अपना विहार का निर्माण करवाया गया है.लेकिन अब तक भारत सरकार के तरफ से कोई भी निर्माण कार्य का उद्घाटन अब तक नहीं किया गया था.लेकिन इस बार प्रधानमंत्री मोदी भारत के तरफ से वहां मौजूद सभी विहारों से बड़ा करीब 100 करोड़ रूपये की लागत से बुद्ध विहार के निर्माण का शिलान्यास करने वाले हैं जिसका निर्माण कार्य अगले चार सालों में कर लिया जाएगा.
लुम्बिनी में नेपाल सरकार के तरफ से एक बडा अन्तरराष्ट्रीय ध्यान कक्ष और सभागार का भी निर्माण किया गया है जिसका संयुक्त रूप से दोनों देशों के प्रधानमंत्री के द्वारा उद्घाटन किए जाने की भी तैयारी है.लुम्बिनी में आयोजित कार्यक्रम के लिए नेपाल में रहे सभी देशों के राजदूतों को भी आमंत्रित किया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी को लुम्बिनी आगमन के समय लुम्बिनी बौद्ध विश्वविद्यालय के तरफ से ऑनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि दिए जाने का निर्णय किया गया है.विश्वविद्यालय के तरफ से पदेन कुलपति रहे नेपाल के प्रधानमंत्री देउवा मोदी को इस ऑनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान करेंगे.
HIGHLIGHTS
- मायादेवी मंदिर में करेंगे ध्यान, बोधीवृक्ष के नीचे करेंगे विश्राम
- लुम्बिनी में भारत बनाएगा सबसे बडा बौद्ध विहार
- बौद्ध विश्वविद्यालय से मोदी को मिलेगा ऑनरेरी डॉक्टरेट का सम्मान