देशभर में जारी लोकसभा चुनाव 2024 के बीच तमाम राजनीतिक पार्टियों और राजनेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी के तहत पीएम मोदी ने भी देश के संविधान को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. मोदी ने दावा किया है कि, गांधी परिवार की चार पीढ़ियों ने संविधान के साथ छेड़छाड़ की है. साथ ही उन्होंने कहा कि, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के लिए संविधान में संशोधन किया था.
नेहरू.. इंदिरा.. राजीव और फिर राहुल पर पीएम मोदी का हमला
दरअसल हाल ही में विपक्ष ने दावा किया था कि, अगर भाजपा लोकसभा चुनाव में 400 से ज्यादा सीटें जीतती है, तो संविधान बदल देगी. इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, "सवाल जो पूछा जाना चाहिए- संविधान के साथ खिलवाड़ करने वाला पहला व्यक्ति कौन था? पंडित नेहरू ने किया था. उन्होंने पहला संशोधन लाया जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करने के लिए था. उनकी बेटी (इंदिरा गांधी) ने फिर एक लाकर अदालत के फैसले को पलट दिया संशोधन. फिर उनके बेटे (राजीव गांधी) आए और शाहबानो के फैसले को पलट दिया, उन्होंने संविधान बदल दिया.''
इसके साथ ही पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, "फिर राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी आए, उस समय एक रिमोट कंट्रोल सरकार चल रही थी, उनके पास अपनी पसंद का पीएम था. संविधान के अनुसार गठित एक कैबिनेट ने निर्णय लिया, एक शहजादा आया और सार्वजनिक रूप से कैबिनेट के फैसले को फाड़ दिया बाद में कैबिनेट ने भी अपना फैसला पलट दिया.''
पीएम मोदी ने कहा कि, एक ही परिवार के चार सदस्यों ने अलग-अलग समय पर संविधान को नष्ट कर दिया. आगे पीएम मोदी ने कसम खाई कि, वह उन्हें संविधान के बुनियादी सिद्धांतों को बदलने की अनुमति नहीं देंगे.
मुद्दे पर गरमाई सियासत
गौरतलब है कि, विपक्ष का दावा है कि मोदी सरकार संविधान बदलना चाहती है. कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने हाली ही में दिल्ली में एक चुनावी रैली में कहा भी था कि, अगर भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव जीतती है और संविधान को बदलने की कोशिश करती है, तो पूरे देश में आग लगा दी जाएगी.
वहीं दूसरी ओर बीजेपी का कहना है कि, कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय का आरक्षण कोटा छीनकर मुसलमानों को सौंपना चाहती है.
Source : News Nation Bureau