प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय भारती महोत्सव को संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि वो इस उत्सव में हिस्सा लेकर बहुत खुश हैं. पीएम मोदी ने कहा कि भारथियार एक कुशल कवि, संपादक और समाज सुधारक थे, उनका वाराणसी से घनिष्ठ संबंध था. पीएम मोदी ने बताया कि भारथियार महाकवि सुब्रमण्य भारती की एकत्रित रचनाएं 16 खंडो में प्रकाशित हुईं हैं और इन रचनाओं को उन्होंने 39 वर्षों में पूरा किया है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान महाकवि सुब्रमण्य भारती के बारे में बताते हुए कहा कि, वो एक निर्भय कवि थे भय उनके लिए अज्ञात था. पीएम मोदी ने बताया कि तमिल और मातृ भूमि उनकी दो आँखें थीं. पीएम मोदी ने बताया कि भारथियार के पास महत्वपूर्ण दृष्टि थी और वो महिला सशक्तिकरण के समर्थक थे. पीएम मोदी ने बताया कि सरकार ने 15 करोड़ महिलाओं को मुद्रा योजना के तहत वित्त पोषित किया है जिसकी वजह से आज वो आत्मनिर्भर होकर अपना सिर ऊंचा किए हुए हैं वहीं देश की लगभग 10 करोड़ गरीब महिलाओं को सरकार द्वारा शौचालय का लाभ दिया गया है. ये महाकवि भारती को नए भारत की श्रद्धांजलि है.
आपको बता दें कि इस बार कोविड महामारी की वजह से पीएम मोदी ने यह संबोधन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से करेंगे. आपको बता दें कि इस महोत्सव में इस बार कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कवि और कलाकार अपनी कलां का छटा बिखेरने के लिए आमंत्रित हैं. आपको बता दें कि 11 दिसंबर को महाकवि सुब्रमण्य भारती की 138वीं जयंती मनाई जा रही है जिसके उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. इस कार्यक्रम का आयोजन वनविल कल्चरल सेंटर द्वारा किया गया है. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी की उपस्थिति से यहां के लोगों में इस कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों की भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की होड़ लगी हुई है.
Source : News Nation Bureau