प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने श्री रामचंद्र मिशन (Shri Ram Chandra Mission) के 75 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि श्रीराम चंद्र मिशन के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकानाएं. राष्ट्र निर्माण में समाज को मजबूती से आगे बढ़ाने में 75 वर्ष का ये पड़ाव बहुत अहम है. लक्ष्य के प्रति आपके समर्पण का ही परिणाम है कि आज ये यात्रा 150 से ज्यादा देशों में फैल चुकी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आप सभी ने बाबूजी से मिली प्रेरणा को करीब से महसूस किया है. जीवन की सार्थकता प्राप्त करने के लिए उनके प्रयोग, मन की शांति प्राप्त करने के लिए उनके प्रयास हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा हैं. कोरोना महामारी की शुरुआत में भारत की स्थिति को लेकर पूरी दुनिया चिंतित थी, लेकिन आज कोरोना से भारत की लड़ाई दुनिया भर को प्रेरित कर रही है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि जब दुनिया को कोरोना वैक्सीन करने की जरूरत थी तो भारत ने उन सभी को वैक्सीन भेजी, जिस पर भारत को गर्व है. भारत वैश्विक टीकाकरण में केंद्रीय भूमिका निभा रहा है. कल्याण के लिए हमारी दृष्टि उतनी ही वैश्विक है जितनी कि घरेलू. पोस्ट कोरोना विश्व में अब योग और ध्यान को लेकर अब गंभीरता और बढ़ रही है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता में लिखा है- सिद्ध्यसिद्ध्योः समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते. यानी, सिद्धि और असिद्धि में समभाव होकर योग में रमते हुए सिर्फ कर्म करो, ये समभाव ही योग कहलाता है. योग के साथ ध्यान की भी आज के विश्व को बहुत अधिक आवश्यकता है. दुनिया के कई बड़े संस्था ये दावा कर चुकी है कि अवसाद मानव जीवन की कितनी बड़ी चुनौती बनता जा रहा है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि ऐसे में मुझे विश्वास है कि आप अपने कार्यक्रम से योग और ध्यान के जरिए इस समस्या से निपटने में मानवता की मदद करेंगे.
Source : News Nation Bureau