Modi Cabinet Expansion: बुधवार यानि कि 7 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिमंडल में कैबिनेट विस्तार (Modi Cabinet Expansion) किया जा रहा है. मोदी कैबिनेट के विस्तार से पहले कई केंद्रीय मंत्रियों को बाहर किया जा रहा है. इसके पहले मंगलवार को केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा लेकर उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया था. रमेश पोखरियाल निशंक, बाबुल सुप्रियो, सदानंद गौड़ा, डॉ. हर्षवर्धन, देबोश्री चौधरी, राव साहेब दानवे पाटिल, रतन लाल कटारिया, संतोष गंगवार, प्रताप सारंगी और संजय धोत्रे को इस्तीफा (Ministers Resign) देने के लिए कहा गया है.
आइए आपको बताते हैं कि मोदी कैबिनेट के इन 11 मंत्रियों के अचानक कैबिनेट से इस्तीफा देने की क्या वजह रही है. कैबिनेट विस्तार से ठीक एक दिन पहले ही केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत से सबसे पहले इस्तीफा लिया गया. गहलोत सामाजिक न्याय और आधिकारिकता मंत्री थे. वो राज्यसभा में नेता सदन और बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य के अहम पदों पर भी आसीन थे. इस्तीफा लेने के बाद उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया है.
डॉ. हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा ले लिया गया है. वो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री होने के साथ-साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी का मंत्रालयल भी उनके जिम्मे था. देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से ठीक पहले फरवरी में उन्होंने बयान दिया था कि कोरोना खत्म हो गया है. इस बयान को लेकर मोदी सरकार लगातार सवालों के घेरे में आई है. हर्षवर्धन को अब खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. अब हर्षवर्धन के इस्तीफा देने के बाद दो बड़े मंत्रालयल खाली हो गए हैं.
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रमेश पोखरियाल निशंक
उत्तराखंड के हरिद्वार से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को भी इस्तीफा मांग लिया गया है. निशंक केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री थे. निशंक पिछले दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे जिसके बाद वो लगभग एक महीने तक अस्पताल में भर्ती रहे, उन्होंने खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया है.
संतोष गंगवार
उत्तर प्रदेश के बड़े चेहरों में से एक बरेली के सांसद और केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार से भी इस्तीफा ले लिया गया है. कोरोना महामारी काल के दौरान संतोष गंगवार की एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी. आपको बता दें कि गंगवार ने इस चिट्ठी में यूपी सरकार की जमकर आलोचना की थी. अब उनकी जगह लखीमपुर से सांसद अजय मिश्रा ले सकते हैं.
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राव साहेब दानवे पाटिल
राव साहेब दानवे पाटिल महाराष्ट्र की जलना लोकसभा सीट से सांसद हैं. वो केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री थे. राव साहेब दानवे पाटिल से भी इस्तीफा मांग लिया गया है.
देबोश्री चौधरी
देबोश्री चौधरी पश्चिम बंगाल की रायगंज लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं. उनसे भी इस्तीफा मांग लिया गया है. देबोश्री चौधरी महिला बाल विकास राज्य मंत्री हैं, हालांकि उन्हें पश्चिम बंगाल बीजेपी में कोई अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है.
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बाबुल सुप्रियो
पार्श्वगायक बाबु सु्प्रियो पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से सांसद हैं. वो केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय में राज्यमंत्री थे उनसे भी इस्तीफा मांग लिया गया है. सूत्रों की मानें तो पश्चिम बंगाल विधानसभा में सुप्रियो को मैदान में उतारा गया था और वो 50 हजार वोटों से हार गए थे जिसके बाद से पार्टी हाई कमान उनसे नाराज चल रहा था.
सदानंद गौड़ा
केंद्रीय रासयनिक एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा से भी इस्तीफा मांग लिया गया है. सदानंद गौड़ा कर्नाटक की बेंगलुरु नॉर्थ सीटे से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर संसद में पहुंचे थे. सूत्रों के मुताबिक कोरोना महामारी काल के दौरान दवाओं की कमी को लेकर मोदी सरकार की फजीहत हुई थी, सदानंद गौड़ा उसी लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे हैं.
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रतन लाल कटारिया
जल शक्ति मंत्रालय में राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया से भी इस्तीफा मांग लिया गया है. कटारिया हरियाणा के अंबाला सीट से सांसद थे. सूत्रों की मानें तो अब उनकी जगह सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल को मिल रही है.
प्रताप सारंगी
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम के साथ पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्रालय में राज्य मंत्री प्रताप सारंगी से भी इस्तीफा मांग लिया गया है. सारंगी ओडिशा के बालासोर से सांसद थे.
संजय धोत्रे
महाराष्ट्र की अकोला लोकसभा सीट से सांसद संजय धोत्रे से भी इस्तीफा मांग लिया गया है. वह शिक्षा के साथ ही सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री थे. बताया जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी, संजय धोत्रे के काम से खुश नहीं थे. उन्हें संगठन में कोई नई जिम्मेदारी दी जा सकती है.
HIGHLIGHTS
- मोदी कैबिनेट ने 11 मंत्रियों से लिया इस्तीफा
- मोदी कैबिनेट विस्तार में नए चहरों को मिलेगी तरजीह
- सहयोगी दलों के नेताओं को भी मंत्री बनने का मौका