देश में एक बार फिर तेजी कोरोना महामारी (Corona Virus) फैल रही है. केंद्र सरकार ने एक मई से 18 वर्ष से ज्यादा आयु के लोगों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन शुरू करने का ऐलान किया है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्यों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. इस बीच कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई है. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना को लेकर कोई अहम फैसला ले सकते हैं.
देश में जारी कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) लगातार बैठकें कर रहे हैं. उन्होंने गुरुवार को सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (MM Naravane) के साथ बैठक की और कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में सेना की तैयारियों और सहयोग के बारे में जाना. कोरोना संकट पर सेना की तरफ की गई तैयारियों को लेकर प्रधानमंत्री नें उनसे बातचीत की. इस बैठक में कोरोना प्रबंधन में मदद के लिए सेना द्वारा की जा रही विभिन्न पहलों पर चर्चा की गई है. सेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री को बताया कि विभिन्न राज्य सरकारों को सेना के चिकित्साकर्मी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों में सेना की ओर से अस्थायी अस्पतालों का भी निर्माण किया जा रहा है. बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी वायुसेना प्रमुख और सीडीएस बिपिन रावत के साथ बैठक कर चुके हैं.
जनरल नरवणे ने मुलाकात में पीएम को बताया कि सेना ज्यादा से ज्यादा जगहों पर आम लोगों के लिए अस्पताल खोलने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सेना कोरोना के मामलों से निपटने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में अस्थायी अस्पताल बना रही है. सेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री को इस बात से भी अवगत कराया कि आयात किए गए ऑक्सीजन टैंकरों और गाड़ियों के प्रबंधन में जहां विशेषज्ञ कौशल की जरूरत पड़ रही है वहां सेना की ओर से मदद पहुंचाई जा रही है.
आपको बता दें कि बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वायु सेना द्वारा चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की थी. इस दौरान ऑक्सीजन टैंकरों और अन्य आवश्यक उपकरणों के परिवहन में सुरक्षा का ध्यान रखते हुए तेजी लाने पर जो दिया गा गया था. वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान देश में कोरोना की ताजा स्थिति में सुधार के लिए वायु सेना की तरफ से किए जा रहे प्रयासों से अवगत कराया था.
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑक्सीजन टैंकरों और अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन संचालन की गति तेज करने और उसका स्तर बढ़ाने सहित उसकी सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता जोर दिया था. बता दें कि इस वक्त देश में लगातार तीन लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं. बढ़ रहे कोरोना के मामलों के चलते ऑक्सजीन संकट पैदा गया है. ऐसे में अन्य देशों ने भी भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.
Source : News Nation Bureau