अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी वर्ष समारोह आज एक इतिहास बनने जा रहा है. 56 साल बाद किसी प्रधानमंत्री का यहां संबोधन होगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
यूनिवर्सिटी के छात्रों को ऑनलाइन संबोधित करेंगे. पीएम मोदी के साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस समारोह में शामिल होंगे. बता दें कि इससे पहले साल 1964 में तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री एएमयू (AMU) गए थे. लाल बहादुर शास्त्री ने एएमयू के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था. इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया जाएगा.
ऐसा रहेगा कार्यक्रम
सुबह 10 बजे कुरान ख्वानी के साथ इस कार्यक्रम का आगाज होगा. जिसके बाद कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर औपचारिक परिचय कराएंगे. इसके बाद सर सैयद एकेडमी के निदेशक अली मोहम्मद नकवी विश्वविद्यालय की 100 वर्षों की उपलब्धियों को सामने रखेंगे. उनके बाद एएमयू वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर नईमा खातून महिलाओं की शिक्षा में एएमयू का योगदान विषय पर बात करेंगी. इसी क्रम में विश्वविद्यालय के चांसलर सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन अपने विचार व्यक्त करेंगे.
वीसी ने जताया था आभार
पीएम मोदी की तरफ से यूनिवर्सिटी का निमंत्रण स्वीकार करने के बाद वीसी ने उनके प्रति अपना आभार व्यक्त किया था. उस वक्त एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा था कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) समुदाय विश्वविद्यालय के समारोहों में भाग लेने के लिए उनकी स्वीकृति के लिए आभारी है.
पूर्व छात्रों का विरोध
विश्वविद्यालय के कुछ पूर्व छात्रों ने प्रधानमंत्री के संबोधन को लेकर विरोध जताया है. छात्रों ने विश्वविद्यालल के बाहर नारेबाजी भी की. प्रशासन इसे लेकर गंभीर आ रहा है. पुलिस ने इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए. छात्रों के विरोध को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है.
Source : News Nation Bureau