जम्मू-कश्मीर को धारा 370 के चंगुल से आजाद कराने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी न केवल अपने सिपहसलार गृहमंत्री से खुश हैं बल्कि अन्य विपक्षी दलों से भी खासे प्रसन्न दिखे, खासकर वे जिन्होंने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सरकार का साथ दिया. संसद के पहले सत्र के सफलतापूर्वक समापन के बाद पीएम मोदी ने कई ट्वीट किए. उन्होंने सभी की तारीफ की. आइए जानें उन्होंने किसके बारे में क्या कहा..
संसद में जिस प्रकार विभिन्न पार्टियों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर और वैचारिक मतभेदों को भुलाकर सार्थक चर्चा की, उसने हमारे संसदीय लोकतंत्र की गरिमा को बढ़ाने का काम किया है. इसके लिए मैं सभी सांसदों, राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को बधाई देता हूं.
इन विधेयकों का पारित होना देश के कई महान नेताओं को सच्ची श्रद्धांजलि है: सरदार पटेल, जो देश की एकता के लिए समर्पित थे; बाबासाहेब अम्बेडकर, जिनके विचार सर्वविदित हैं; डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.
लद्दाख के लोगों को विशेष रूप से बधाई! मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने की उनकी दशकों पुरानी मांग आज पूरी हो गई है. इस फैसले से लद्दाख के विकास को अभूतपूर्व बल मिलेगा. लोगों के जीवन में समृद्धि और खुशहाली आएगी.
ये कदम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के युवाओं को मुख्यधारा में लाएंगे, साथ ही उन्हें उनके कौशल और प्रतिभा को प्रदर्शित करने के अनगिनत अवसर प्रदान करेंगे. इससे वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा, व्यापार-उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के नए अवसर बनेंगे और आपसी दूरियां मिटेंगी.
मैं जम्मू-कश्मीर की बहनों और भाइयों के साहस और जज्बे को सलाम करता हूं. वर्षों तक कुछ स्वार्थी तत्वों ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग का काम किया, लोगों को गुमराह किया और विकास की अनदेखी की. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अब ऐसे लोगों के चंगुल से आजाद है. एक नई सुबह, एक बेहतर कल के लिए तैयार है!
ऐतिहासिक क्षण. एकता और अखंडता के लिए सारा देश एकजुट. जय हिंद! हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए यह एक गौरव का क्षण है, जहां जम्मू-कश्मीर से जुड़े ऐतिहासिक बिल भारी समर्थन से पारित किए गए हैं.
बता दें राज्यसभा के बाद लोकसभा से भी जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल 2019 बिल पास हो गया है. लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर लाए गए संकल्प प्रस्ताव पर सदन का मत लिया गया. विपक्षी सांसदों ने सदन में वोटिंग की मांग की है, जिसके बाद इसकी प्रक्रिया हुई. इलेक्ट्रॉनिक मशीन से सदन में वोट डाले गए. इसके पक्ष में 351 और विपक्ष में 72 वोट पड़े हैं. एक सांसद गैर मौजूद रहा, जबकि कुल 424 सदस्यों ने वोटिंग में हिस्सा लिया है.
Source : News Nation Bureau
जानिए पीएम नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद क्या कहा..
जम्मू-कश्मीर को धारा 370 के चंगुल से आजाद कराने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी न केवल अपने सिपहसलार गृहमंत्री से खुश हैं बल्कि अन्य विपक्षी दलों से भी खासे प्रसन्न दिखे
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जम्मू-कश्मीर को धारा 370 के चंगुल से आजाद कराने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी न केवल अपने सिपहसलार गृहमंत्री से खुश हैं बल्कि अन्य विपक्षी दलों से भी खासे प्रसन्न दिखे, खासकर वे जिन्होंने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सरकार का साथ दिया. संसद के पहले सत्र के सफलतापूर्वक समापन के बाद पीएम मोदी ने कई ट्वीट किए. उन्होंने सभी की तारीफ की. आइए जानें उन्होंने किसके बारे में क्या कहा..
संसद में जिस प्रकार विभिन्न पार्टियों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर और वैचारिक मतभेदों को भुलाकर सार्थक चर्चा की, उसने हमारे संसदीय लोकतंत्र की गरिमा को बढ़ाने का काम किया है. इसके लिए मैं सभी सांसदों, राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को बधाई देता हूं.
इन विधेयकों का पारित होना देश के कई महान नेताओं को सच्ची श्रद्धांजलि है: सरदार पटेल, जो देश की एकता के लिए समर्पित थे; बाबासाहेब अम्बेडकर, जिनके विचार सर्वविदित हैं; डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.
लद्दाख के लोगों को विशेष रूप से बधाई! मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने की उनकी दशकों पुरानी मांग आज पूरी हो गई है. इस फैसले से लद्दाख के विकास को अभूतपूर्व बल मिलेगा. लोगों के जीवन में समृद्धि और खुशहाली आएगी.
ये कदम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के युवाओं को मुख्यधारा में लाएंगे, साथ ही उन्हें उनके कौशल और प्रतिभा को प्रदर्शित करने के अनगिनत अवसर प्रदान करेंगे. इससे वहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा, व्यापार-उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के नए अवसर बनेंगे और आपसी दूरियां मिटेंगी.
मैं जम्मू-कश्मीर की बहनों और भाइयों के साहस और जज्बे को सलाम करता हूं. वर्षों तक कुछ स्वार्थी तत्वों ने इमोशनल ब्लैकमेलिंग का काम किया, लोगों को गुमराह किया और विकास की अनदेखी की. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख अब ऐसे लोगों के चंगुल से आजाद है. एक नई सुबह, एक बेहतर कल के लिए तैयार है!
ऐतिहासिक क्षण. एकता और अखंडता के लिए सारा देश एकजुट. जय हिंद! हमारे संसदीय लोकतंत्र के लिए यह एक गौरव का क्षण है, जहां जम्मू-कश्मीर से जुड़े ऐतिहासिक बिल भारी समर्थन से पारित किए गए हैं.
बता दें राज्यसभा के बाद लोकसभा से भी जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल 2019 बिल पास हो गया है. लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर लाए गए संकल्प प्रस्ताव पर सदन का मत लिया गया. विपक्षी सांसदों ने सदन में वोटिंग की मांग की है, जिसके बाद इसकी प्रक्रिया हुई. इलेक्ट्रॉनिक मशीन से सदन में वोट डाले गए. इसके पक्ष में 351 और विपक्ष में 72 वोट पड़े हैं. एक सांसद गैर मौजूद रहा, जबकि कुल 424 सदस्यों ने वोटिंग में हिस्सा लिया है.
Source : News Nation Bureau