बंगाल में मंगलवार के सियासी दंगल से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल (Kerala) के दौरे पर थे. वहां पल्लकड़ में उन्होंने एक सभा की और सत्ताधारी लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) पर जोरदार हमला बोलते हुए उसकी तुलना यीशू मसीह के एक शिष्य जूडस से कर दी. स्थानीय लोगों ने इसके निहितार्थ तलाशे तो राजनीतिक विश्लेषक भी अपने-अपने अंदाज में इसकी व्याख्या करने लगे. सभी को यही सवाल मंथ रहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भला दो हजार से भी ज्यादा पुराने किसी शख्स की वर्तमान सरकार से तुलना क्यों की... यह अलग बात है कि बाद में पीएम मोदी ने यह संबंध भी उजागर कर दिया और इस तुलना की व्याख्या कर एलडीएफ सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया.
एलडीएफ ने सोने के चंद टुकड़ों के लिए जनता को धोखा दिया
पल्लकड़ में पीएम मोदी ने कहा, जिस तरह जूडस ने चांदी के कुछ टुकड़ों के लिए यीशु मसीह को धोखा दिया था, उसी तरह सत्तारूढ़ एलडीएफ ने सोने के टुकड़ों के लिए केरल को धोखा दिया. उन्होंने कहा कि लोग देख रहे हैं कि यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) और एलडीएफ ने जनता को गुमराह किया है. पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट एक हैं, यूपीए-1 में भी दोनों पार्टनर थे, यूपीए-2 के दौरान भी लेफ्ट ने कांग्रेस का समर्थन किया, लेकिन यहां केरल में चुनाव के दौरान, वे आरोप लगाते हैं और सत्ता में आने के बाद कभी उनपर एक्शन नहीं लेते. पर्दे के पीछे का ये खेल अब सामने आ चुका है. केरल का युवा अब पूछ रहा है, डिफरेंट नेम, वर्किंग सेम? यूडीएफ ने तो सूरज की किरणों को भी नहीं छोड़ा. एलडीएफ के बारे में तो यह कहा जा सकता कि जूडस ने भगवान यीशु को चांदी के कुछ टुकड़ों के लिए धोखा दिया, एलडीएफ ने सोने के कुछ टुकड़ों के लिए केरल को धोखा दे दिया है.
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जानें है जूडस की कहानी
जूडस इस्कैरियट यीशु मसीह के उन 12 शिष्यों में से एक था जो उनके सबसे करीब थे. अधिकारियों ने जूडस के सामने प्रस्ताव रखा कि वह उन्हें यीशु मसीह तक पहुंचाए, बदले में उसे चांदी के 30 टुकड़े दिए जाएंगे. यीशु मसीह यह जानते थे कि जूडस ऐसा करने वाला है मगर उन्होंने उसे रोका नहीं. जूडस सैनिकों को लेकर गेथसीमेन के बगीचे में गया जहां यीशु प्रार्थना कर रहे थे. जूडस ने यीशु मसीह को चूमकर उनकी पहचान की. मैथ्यू 27:3-10 के अनुसार, यीशु के निधन के बाद जूडस को अपने किए पर पछतावा हुआ. उसने चांदी के टुकड़े लौटा दिए और फांसी लगाकर जान दे दी. कुछ अन्य संस्करणों में कहा गया कि उसने टुकड़े नहीं लौटाए और उसकी मौत एक दुर्घटना थी.
जूडस का पीएम मोदी ने यूं किया जिक्र
केरल में 6 अप्रैल को मतदान होना है. सीपीआई के नेतृत्व वाले एलडीएफ के सामने कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ है. बीजेपी इनके बीच केरल में अपनी पैठ जमाने की कोशिश कर रही है. 2011 की जनगणना के अनुसार, केरल में 55 फीसदी हिंदू, 27 फीसदी मुसलमान और 18 फीसदी ईसाई हैं. मुस्लिम समुदाय से बीजेपी को वोट मिलने की उम्मीद उसे कम है. कांग्रेस की यहां के ईसाई समुदाय में पकड़ जो अब ढीली पड़ रही है. बीजेपी की नजर उसी खाली जगह को भरने पर है. पार्टी के नेता लगातार कई ईसाई धर्मगुरुओं से मिले हैं. अब मोदी ने रैली के दौरान जूडस का जिक्र यूं ही नहीं किया, उनकी नजर ईसाई मतदाताओं पर है.
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केरल का सोना तस्करी मामला है मूल में
पिछले साल जुलाई में एक यूएई के कांसुलेट-ऑफिस के पते वाले एक डिप्लोमेटिक कार्गो से 30 किलो सेाना बरामद किया गया था. डिप्लोमेटिक कार्गो के जरिए सोने की तस्करी होने से पूरे राज्य में हड़कंप मंच गया. ऐसे कार्गो की रूटीन कस्टम चेकिंग नहीं होती. मामले की जांच नैशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) कर रही है. उसने स्वप्ना सुरेश नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है. कस्टम्स कमिश्नर सुमित कुमार ने हाई कोर्ट में हलफनामा देकर कहा कि स्वप्ना के सीएम पिनराई विजयन, उनके प्रमुख सचिव (एम शिवशंकर) और पर्सनल स्टाफ के सदस्य से नजदीकी संबंध हैं. यह अलग बात है कि विजयन ने इन सभी आरोपों और सोने की तस्करी से अपनी सरकार के किसी भी तरह के संबंध को खारिज किया है.
HIGHLIGHTS
- पीएम नरेंद्र मोदी ने पल्लकड़ में केरल के सत्ताधारी गठबंधन पर बोला हमला
- एलडीएफ की तुलना यीशू मसीह के साथ धोखा देने वाले जूड्स से कर डाली
- इसके बाद कांग्रेस नीत गठबंधन यूडीएफ पर लगाया गुमराह करने का आरोप