प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि केंद्र की वर्तमान सरकार आजादी के बाद की पहली सरकार है, जिसने छोटे शहरों में हवाई संपर्क उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय नागर विमानन नीति (एनसीएपी) तैयार की है। प्रधानमंत्री ने यहां एक नए हवाईअड्डे की आधारशिला रखने के लिए आयोजित समारोह में एनसीएपी के बारे में बातें की।
एयरपोर्ट ऑथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के मुताबिक, मोदी ने समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हवाईअड्डा एक क्षेत्र या एक राज्य के लोगों के लिए विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
एएआई के बयान में कहा गया है, 'उन्होंने (मोदी) इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला कि राजकोट और सुरेंद्रनगर जिलों के बीच बनने वाले इस हवाईअड्डे की 96 फीसदी जमीन गुजरात सरकार की बंजर जमीन है।'
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गुजरात सरकार ने राजकोट के हीरासर में एक ग्रीनफील्ड हवाईअड्डा के निर्माण का प्रस्ताव दिया था, क्योंकि राजकोट के वर्तमान हवाईअड्डा के क्षमता विस्तार की गुंजाइश नहीं है।
नए हवाईअड्डे के विकास के शुरुआती चरण पर 1,405 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
एएआई द्वारा संचालित नई हवाईअड्डा परियोजना पर टिप्पणी करते हुए, नागरिक उड्डयन मंत्री पी. अशोक गजपति राजू ने कहा, 'चूंकि मौजूदा हवाईअड्डे के विस्तार की कोई गुंजाइश नहीं है और संभावित यातायात मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
ऐसे में एएआई द्वारा किए जा रहे नए हवाईअड्डा के निर्माण निश्चित रूप से राजकोट की भविष्य की मांगों को पूरा करेगा और आगे बढ़ने वाले इस शहर में बुनियादी ढांचागत विकास करेगा।'
मौजूदा राजकोट हवाईअड्डा पर वर्तमान में प्रति सप्ताह लगभग 100 आवागमन होता है, और वित्त वर्ष 2016-17 में चार लाख से अधिक यात्रियों की यहां से आवाजाही हुई है।
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Source : IANS