प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को केरल के कोल्लम में सबरीमाला मंदिर के मुद्दे पर कहा कि हमारी पार्टी का रुख हमेशा से साफ रहा है और हमारी पार्टी का काम हमारे शब्दों से मिलता है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी केरल के सबरीमाला मंदिर में 10-50 वर्ष की महिलाओं के प्रवेश का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अन्य हिंदू संगठन लगातार विरोध कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने सबरीमाला मुद्दे पर राज्य की लेफ्ट फ्रंट सरकार और कांग्रेस पार्टी को फटकार लगाई है. पीएम मोदी ने कहा कि यूडीएफ भी सही नहीं है, यूडीएफ को इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करना चाहिए, आपका दोहरा बोल एक्सपोज हो गया है. कांग्रेस के कई राय हैं. वे संसद में एक चीज कहते हैं लेकिन पथानमथिट्टा में कुछ और कहते हैं. लेकिन इस मुद्दे पर हमारी पार्टी का रुख साफ है.
राज्य की लेफ्ट फ्रंट सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'सबरीमाला मुद्दे पर केरल की एलडीएफ सरकार की कार्रवाई इतिहास में निम्न स्तर पर जाएगा, किसी पार्टी या सरकार द्वारा यह सबसे शर्मनाक व्यवहारों में से एक है. हम जानते हैं कि वामपंथी भारतीय इतिहास, संस्कृति और अध्यात्म का सम्मान नहीं करती है लेकिन यह किसी को पता नहीं था कि उनके पास इतनी घृणा है.'
मोदी ने कहा, 'लेफ्ट और कांग्रेस लैंगिक और सामाजिक न्याय को सम्मान देने के बारे में बड़े-बड़े दावे करते हैं लेकिन उनका काम ठीक इसके विपरीत है. एनडीए सरकार तीन तलाक को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है. इसका विरोध कौन कर रहे हैं? वामपंथी और कांग्रेस.'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कुछ दिनों पहले ही हमारी सरकार को सामान्य वर्ग के गरीब लोगों के लिए 10 फीसदी आरक्षण देने के विधेयक को पारित करने का ऐतिहासिक मौका मिला. हमारा मानना है कि जाति, धर्म या समुदाय से ऊपर सभी भारतीयों को समान अवसर मिलना चाहिए.'
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उन्होंने कहा, यूडीएफ और एलडीएफ के नामों में अंतर है लेकिन केरल की युवा शक्ति को नकारने में दोनों एक जैसे हैं. दोनों के नामों में अंतर है लेकिन गरीबों को नकारने और केरल के लोगों के साथ धोखा करने में दोनों एक जैसे ही हैं.
उन्होंने कहा, 'यूडीएफ और एलडीएफ एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. नाम अलग है, लेकिन भ्रष्टाचार, जातिवाद, संप्रदायवाद के मामले में एक जैसे है. नाम अलग हैं लेकिन केरल के सांस्कृतिक बनावट को नष्ट करने और राजनीतिक हिंसा के मामले में दोनों एक जैसे हैं.'
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जनसभा के बाद नरेंद्र मोदी ने श्री पद्मनाथ स्वामी मंदिर में दर्शन भी किए. कोल्लम से यहां पहुंचे मोदी सीधे मंदिर गए, जहां सैकड़ों की संख्या में लोग उनका इंतजार कर रहे थे. कोल्लम में उन्होंने दो बैठकों में हिस्सा भी लिया. मोदी मंदिर में लगभग 15 मिनट रहे.
Source : News Nation Bureau