प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव (PM Modi Lok Sabha speech) की चर्चा का जवाब दे रहे हैं. पीएम मोदी ने इस दौरान बताया कि कैसे कोरोना काल में अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया गया. इससे पहले पीएम मोदी ने सोमवार को लोकसभा को संबोधित किया था. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि कोरोना एक वैश्विक महामारी है और बीते 100 साल में मानव जाति ने इतना बड़ा संकट नहीं देखा है. अभी भी ये संकट नए-नए रूप लेकर आफतें लेकर आ रहा है. पूरी दुनिया इससे काफी ज्यादा जूझ रही है.
पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम की तारीफ करते हुए कहा कि आज पूरे विश्व में भारत के कामों की सराहना हो रही है. गरीब को राशन दिया जा रहा है. इस कोरोना काल में 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन देकर दुनिया के सामने उदाहरण पेश किया है.गरीब लोगों को घर देने काम हमारी सरकार करती रही. पीएम मोदी ने कहा कि यूपी और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरिडोर स्थापित किया जा रहा है. एमओयू साइन हो रहे हैं, एमएसएमई सेक्टर के लोग डिफेंस सेक्टर में आ रहे हैं. यह उत्साहजनक है कि देश के लोगों में क्षमता है और वे इस क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आगे आ रहे हैं.
पार्टी का नाम बदल ले कांग्रेस-PM मोदी
पीएम मोदी के अनुसार कांग्रेस को नेशन से समस्या है. पीएम ने कहा कि अगर ऐसा है तो आपकी पार्टी का नाम इंडियन कांग्रेस क्यों है, अगर दिक्कत है तो पार्टी का नाम बदल लीजिए और फेडरेशन ऑफ कांग्रेस कर देना चाहिए.
मेरे ऊपर बहुत जुल्म हुए- मोदी
केंद्र और राज्यों को लेकर जवाब देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने पुरानी कई राजनीतिक घटनाएं गिनाईं और पलटवार भी किया. पीएम ने कहा कि जब राज्य प्रगित करते हैं तब देश की तरक्की होती है. इसके साथ ही उन्होंने अपने सीएम काल का भी जिक्र किया. मोदी के अनुसार, 'मैं गुजरात में था, मुझ पर क्या-क्या जुल्म हुए। दिल्ली की सरकार द्वारा, इतिहास गवाह है, क्या कुछ नहीं हुआ मेरे साथ, गुजरात के साथ क्या नहीं हुआ. मगर उस कालखंड में भी मैं एक ही बात कहता था कि देश के विकास के लिए गुजरात का विकास. दिल्ली में किसकी सरकार है ये सोचकर नहीं चलते थे.
अगर कांग्रेस न होती तो क्या होता
पीएम मोदी ने संसद में कहा कि अगर महात्मा गांधी की इच्छानुसार कांग्रेस न होती तो क्या होता.उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस न होती तो लोकतंत्र परिवारवाद ये मुक्त होता, अगर कांग्रेस न होती तो भारत विदेशी के बजाय स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता, अगर कांग्रेस न होती तो देश पर इमरजेंसी का कलंक न लगता, दशकों तक करप्शन को संस्थागत न बनाकर रखा होता, जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी नहीं होती। अगर कांग्रेस न होती तो सिखों का नरसंहार न होता, सालों-साल पंजाब आतंक की आग में न जलता, कश्मीर के पंडितों को कश्मीर छोड़ने की नौबत न आती, बेटियों को तंदूर में जलाने की घटनाएं न होतीं, देश के सामान्य आदमी को मूल सुविधाओं के लिए इतने साल इंतजार न करना होता.
मुस्लिम पुरुषों को भी तीन तालाक से भला हुआ
तीन तालाक से सिर्फ महिलाओं का ही नहीं, बल्कि पुरुषों का भी भला हुआ है. उन्होंने कहा कि इससे मुस्लिम पुरुषों को लाभ हुआ है. अगर कोई महिला तालाक के दंश से बचती हैं तो यह उसके पिता, उसके भाई के लिए बहुत सुकून के पल होते हैं. उन्होंने कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद सरकार की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि कश्मीर की माता-बहनों का इससे सशक्तिकरण हुआ है.
रोजगार पर क्या बोले पीएम
पीएम मोदी ने रोजगार पर कहा कि 2021 में एक करोड़ 20 लाख लोग EPFO से जुड़े हैं, ये सब फॉर्मल जॉब हैं. इनमें से भी 65 लाख 18-25 आयु के हैं यानी इन लोगों की पहली बार जॉब मार्केट में जगह मिली है. कोविड प्रतिबंध खुलने के बाद नियुक्तियां दोगुनी हो गई.
महंगाई पर क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि अमरीका 40 साल में सबसे ज्यादा महंगाई का दौर झेल रहा है, ब्रिटेन 30 साल की रिकॉर्ड महंगाई झेल रहा है, ऐसे माहौल में भी हमने महंगाई को एक लेवल पर रोकने का प्रयास किया है. 2014 से 2020 तक ये दर 4-5 प्रतिशत के पास थी और इसकी तुलना यूपीए दौर से करें तो पता चलेगा महंगाई क्या होती है. यूपीए के समय महंगाई डबल डिजिट छू रही थी.
Defence corridor is being set up in UP & Tamil Nadu. MoUs are being signed, people from the MSME sector is coming to defence sector. It's encouraging that people of the country have the ability and they are coming forward to make the country self-reliance in the sector: PM Modi pic.twitter.com/oS8RNYOdwy
— ANI (@ANI) February 8, 2022
लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर अहंकार का आरोप लगाया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का लोकसभा में जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की आलोचना में एक कविता भी कही. मोदी ने कहा, ‘वो जब दिन को रात कहें, तो तुरंत मान जाएं, नहीं मानेंगे तो वो दिन में नकाब ओढ़ लेंगे. जरूरी हुआ तो वो हकीकत को थोड़ा बहुत मरोड़ देंगे, वो मगरूर हैं खुद की समझ पर बेइंतहा, इन्हें आईना मत दिखाओ, वो आईना को भी तोड़ देंगे.'
Source : News Nation Bureau