देश ही नहीं, दुनिया के सबसे बड़े प्रदर्शनी हॉल्स में से एक है 'यशोभूमि'... दरअसल आज यानि 17 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 73वें जन्मदिन के मौके पर, भारत को 'यशोभूमि' का तोहफा दिया. पीएम मोदी ने रविवार के दिन इंडिया इंटरनेशनल कंवेंशन एवं एक्सपो कन्वेंशन सेंटर (IICC) 'यशोभूमि' के पहले चरण का उद्घाटन किया. बता दें कि दुनिया के सबसे बड़े प्रदर्शनी हॉल्स में से एक यशोभूमि, जी20 शिखर सम्मलेन वाले भारत मंडपम से भी कई गुना बड़ा है. इसमें एक रूम में एक साथ छह हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है, जिसे खासतौर पर प्रदर्शनियों, व्यापार मेलों और व्यावसायिक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए उपयोग में लिया जाएगा... तो चलिए आइये इसकी तमाम विशेषताओं पर गौर करें...
बता दें कि राजधानी से जुड़े तमाम बड़े प्रोजेक्ट्स में बतौर आर्किटेक्ट की भूमिका अदा करने वाले, दीक्षू कुकरेजा ही यशोभूमि के भी आर्किटेक्ट हैं. कुकरेजा ने इससे पूर्व भारत मंडपम, राजीव चौक मैट्रो स्टेशन, एयरो सिटी डिजाइन की है, जो काफी भव्य होने के साथ-साथ हर संभव सुविधाओं से लैस हैं.
ये है खासियत...
एक मीडिया ग्रुप से इस यशोभूमि की तमाम विशेषताओं का जिक्र करते हुए, उन्होंने बताया कि ये दुनिया के सबसे बड़े प्रदर्शनी हॉल्स में से एक हैं, जिसमें बने इंडिया इंटरनेशनल कंवेंशन एवं एक्सपो कन्वेंशन सेंटर से नई दिल्ली के द्वारिका में विश्व स्तरीय बैठक, सम्मेलनों और मेजबानी के लिए विश्वस्तरीय ढांचा मिलेगा, साथ ही यहां मौजूद विश्वस्तर की मूलभूत सुविधाएं इसे लोगों के लिए और भी ज्यादा सुगम बनाएगी.
दीक्षू कुकरेजा के मुताबिक इसमें एकसाथ छह हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है. जहां हर सीट के नीचे ऐसी मशीन है, जो सीट को फ्लैट बना देगी, जिससे एक नया ग्राउंड स्पेस तैयार हो जाएगा. वहीं इसमें मौजूद मीटिंग हॉल्स साउड प्रूफ हैं. वहीं यशोभूमि के सेंट्रल में मेट्रो स्टेशन है, जो एयरपोर्ट से महज चंद मिनटों की दूरी पर स्थित है. वहीं इसमें लगभग एक लाख स्कायर फुट की एलईडी स्क्रीन लगी है, जो भारत की सबसे बड़ी स्क्रीन है. वहीं इसके अतिरिक्त और भी कई सारी सुविधाएं हैं, जो इसे बहुत खास बनाती है.
Source : News Nation Bureau