प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली के डॉ. बीडी मार्ग स्थित संसद भवन के सदस्यों के लिए बहुमंजिला फ्लैटों का उद्घाटन किया. लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला संसद की आवास समिति के अध्यक्ष सी आर पाटिल भी शामिल हुए. इन इमारतों को पूरी तरह से आधुनिक बनाया गया है. इसके लिए पर्यावरण का भी पूरा ध्यान रखा गया है. बिरला ने 2017 में इस परियोजना का शिलान्यास किया गया था. बिरला ने बताया कि इसके निर्माण में 27 माह लगे और इसमें कुल लागत 188 करोड रुपये की आई.
इस दौरान पीएम मोदी ने नए आवास के लिए सांसदों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि कई इमारतों का निर्माण इस सरकार के दौरान शुरू हुआ और तय समय से पहले समाप्त हुआ. अटल जी के समय जिस अंबेडकर नेशनल मेमोरियल की चर्चा शुरू हुई थी, उसका निर्माण इसी सरकार में हुआ. 23 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का निर्माण इसी सरकार में हुआ. पीएम मोदी ने कहा कि सेंट्रल इन्फॉर्मेशन कमीशन की नई बिल्डिंग का निर्माण इसी सरकार में हुआ. हमारे देश में हजारों पुलिसकर्मियों ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपना जीवन दिया है. उनकी याद में भी नेशनल पुलिस मेमोरियल का निर्माण इसी सरकार में हुआ.
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में अनुमानित लागत से 30 करोड़ की बचत की गई. उन्होंने कहा कि लोकसभा के गठन के बाद सांसदों के आवास की अक्सर दिक्कतें आया करती थी और उन्हें होटलों में ठहराया जाता था जिससे सरकार पर आर्थिक बोझ भी पड़ता था. उन्होंने उम्मीद जताई कि 18 वीं लोकसभा की जब शुरुआत होगी तो किसी भी सांसद को होटल में ठहरने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. लोकसभा सचिवालय के मुताबिक 80 वर्ष से अधिक पुराने आठ बंगलों के स्थान पर 76 फ्लैटों का निर्माण किया गया है. कोविड-19 के संक्रमण के बावजूद इन फ्लैटों का निर्माण कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर किया गया और इनके निर्माण में स्वीकृत लागत से करीब 14 प्रतिशत बचत की गई है. इन फ्लैटों के निर्माण में कई हरित निर्माण तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है. इनमें राख और मलबे से बनी इटें, ताप की रोकथाम के लिए डबल गेज्ड विंडो और ऊर्जा की दृष्टि से किफायती एलईडी लाइट फिटिंग्स, बिजली की कम खपत के लिए वी आर वी प्रणाली, वर्षा जल संरक्षण प्रणाली और रूफ टॉप सोलर प्लांट शामिल हैं.
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