प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध को लेकर कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पाकिस्तान में क्रूर व्यवहार और प्रताड़ना झेलने वालों को राहत देने के खिलाफ हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान धार्मिक आधार पर बना था और इसके चलते हिंदुओं, सिखों, जैनों और ईसाइयों जैसे अल्पसंख्यकों पर वहां अत्याचार बढ़ गए हैं, लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोलते हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी धार्मिक आधार पर उत्पीड़न को रोकने और महिलाओं को यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए उठाए गए कदमों के खिलाफ रैलियां निकालते हैं और प्रदर्शन करते हैं. मोदी ने सवाल किया कि जो सीएए के खिलाफ हैं वे पाकिस्तान के अत्याचारों के खिलाफ क्यों नहीं बोल रहे हैं? मोदी ने सवाल किया कि उन्हें ऐसा करने से कौन सी बात रोकती है.
उन्होंने सीएए का मजबूती से बचाव करते हुए कहा कि इसे संसद द्वारा एक ऐतिहासिक कदम के तहत पारित किया गया था, लेकिन कांग्रेस और उसके सहयोगी और उनकी पार्टी के प्रतिद्वंद्वी द्वारा निर्मित तंत्र अब इस संस्थान के ही खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से भागने वाले हिंदुओं, ईसाइयों और सिखों को भारत ‘‘उनके भाग्य’’ पर नहीं छोड़ सकता है.
उन्होंने कहा कि उनकी रक्षा करना देश की जिम्मेदारी है. मोदी ने कहा कि यह प्रयास विशेष तौर पर पाकिस्तान में दलितों और आदिवासियों की रक्षा करने का है. प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त करना जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और अनिश्चितता समाप्त करने की दिशा में एक कदम है.
Source : Bhasha