G20 Virtual Summit: जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैंने इस वर्चुअल समिट का प्रस्ताव रखा था तब मुझे पूर्वानुमान नहीं था कि आज की वैश्विक स्थिति कैसी होगी. पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अस्थिरता और असुरक्षा की स्थिति हम सब के लिए चिंता का विषय है. आज हम सभी का एक साथ आना इस बात का प्रतीक है कि हम सभी मुद्दों के प्रति संवेदनशील हैं और इनके समाधान के लिए एक साथ खड़े हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि हम मानते हैं कि आतंकवाद हम सभी को अस्वीकार्य है. नागरिकों की मौत कहीं भी हों निंदनीय है. आज हुए बंधकों की रिहाई के समाचार का हम स्वागत करते हैं. मानवीय सहायता का समय से और निरंतर पहुंचना आवश्यक है. ये सुनिश्चित करना भी ज़रूरी है कि इज़राइल और हमास की लड़ाई किसी तरह का क्षेत्रीय रूप धारण न कर ले.
जी-20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा, "21वीं सदी के विश्व को आगे बढ़ते हुए ग्लोबल साउथ की चिंताओं को प्राथमिकता देनी होगी. ग्लोबल साउथ के देश ऐसी अनेक कठिनाइयों से गुजर रहे हैं जिनके लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं. समय की मांग है कि हम विकास एजेंडे को अपना पूर्ण समर्थन दें..."पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया में AI के नेगेटिव इस्तेमाल को लेकर चिंता बढ़ रही है.
भारत की स्पष्ट सोच है कि AI के वैश्विक रेगुलेशन को लेकर हमें मिलकर काम करना चाहिए. डीपफेक समाज और व्यक्ति के लिए कितना खतरनाक है इसकी गंभीरता को समझते हुए हमें आगे बढ़ना होगा...अगले महीने भारत में ग्लोबल एआई पार्टनरशिप समिट का आयोजन किया जा रहा है, मुझे उम्मीद है कि आप सब इसमें भी सहयोग देंगे.
Source : News Nation Bureau