तीनों राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिली प्रचंड जीत के बाद, भाजपा आलाकमान की बैठकों का दौर जारी है. इसी बीच आज यानि गुरुवार को हुई पार्टी की संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने भाजपा सांसदों से अनूठा आग्रह किया है. पीएम मोदी ने सांसदों से कहा है कि, उन्हें संबोधित करकते हुए 'मोदी जी या आदरणीय मोदी जी' का उपयोग न करें. दरअसल इसे लेकर पीएम मोदी का मानना है कि, उनके नाम के आगे इस तरह के विशेषण जोड़ने से, उनके और देश के आम लोगों के बीच एक दूरी स्थापित होती है, जो उनके मुताबिक उचित नहीं है...
गौरतलब है कि बैठक में मौजूद एक सांसद ने एक मीडिया हाउस को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि, मोदी ने भाजपा सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि, वह पार्टी के एक साधारण कार्यकर्ता हैं. देश की जनता उन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानती है, लिहाजा सांसदों द्वारा उनके नाम के आगे या पीछे विशेषण जोड़ना, उन्हें जनता से दूर ले जाता है. वो चाहते हैं कि जनता उन्हें अपने में से एक नहीं समझें. पीएम मोदी ने कहा कि, मैं पार्टी का एक छोटा कार्यकर्ता हूं और लोग सोचते हैं कि मैं उनके परिवार का हिस्सा हूं. श्री या अदरणीय जैसे विशेषण मेरे नाम के साथ जोड़ने से, लोग मुझे उनमें से एक नहीं समझेंगे.
भाजपा का शासन मॉडल लोगों को पसंद आ रहा...
इसके साथ ही, पीएम मोदी ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पार्टी की जीत का श्रेय "टीम भावना" को दिया. साथ ही उन्होंने सांसदों से सामूहिक भावना के साथ आगे बढ़ने का आग्रह किया. उन्होंने विधायक को बताया कि, भाजपा अपने शासन मॉडल के चलते पसंदीदा पार्टी के तौर पर पहचानी गई है. पार्टी को लगातार दूसरी बार 57 प्रतिशत और कांग्रेस को 20 प्रतिशत वोट मिले हैं. वहीं क्षेत्रीय दलों के लिए यह प्रतिशत 49 फीसदी है.
पीएम मोदी ने सांसदों से अपने संबोधन में आगामी विकसित भारत यात्रा में बढ़ चढ़ कर भाग लेने का आग्रह किया. इस यात्रा का उद्देश्य सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का संदेश जनता तक पहुंचाना है. वहीं मेड-इन-इंडिया तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरने के बाद, उन्होंने उसकी भी जमकर प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया पहल की विश्व स्तर पर चर्चा हो रही है. पीएम मोदी ने स्वदेशी उत्पादन और विनिर्माण को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया.
लोकसभा की तैयारी...
गौरतलब है कि फिलहाल पूरे देश में, तीन राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत की जबरदस्त चर्चा है. वहीं भाजपा ने तेलंगाना और मिजोरम में भी अपने पहले की तुलना में सुधार किया है, लिहाजा अब पार्टी अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावी की सियासी जंग जीतने की कोशिश में नजर आ रही है.
Source : News Nation Bureau