प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को देश के 35 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष ( PM CARES FUND) से स्थापित 35 प्रेशर स्विंग एडजॉर्प्शन (पीएसए) ऑक्सीजन संयंत्रों का उद्घाटन करेंगे. गुरुवार को सुबह 11 बजे उत्तराखंड (Uttrakhand) में ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Rishikesh AIIMS) में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में 35 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों में पीएम केयर्स के तहत स्थापित 35 प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन (PSA) ऑक्सीजन संयंत्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इससे देश के सभी जिलों में अब PSA ऑक्सीजन संयंत्र चालू हो जाएंगे.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले ही बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 अक्टूबर को ऋषिकेश पहुंचेंगे. मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर में आक्सीजन संयंत्रों के उद्घाटन के लिए उत्तराखंड के ऋषिकेश को चुना है जिसके लिए वह आभारी हैं. हांलांकि, यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री केदारनाथ भी जाएंगे, धामी ने कहा कि अभी उनका ऋषिकेश का ही कार्यक्रम है.
यह भी पढ़ेंः पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राहुल बोले- न्याय मिलने तक चलेगा सत्याग्रह
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार अब तक, पूरे देश में कुल 1,224 PSA ऑक्सीजन संयंत्रों को पीएम केयर्स के तहत वित्तपोषित किया गया है, जिनमें से 1,100 से अधिक संयंत्रों को चालू किया गया है, जिससे प्रतिदिन 1,750 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन होता है. पीएमओ ने एक बयान में कहा- ‘यह कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद से भारत की चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए सकारात्मक उपायों का प्रमाण है.’
रोज मिलेगा 1750 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन
इसके साथ ही देश के सभी जिलों में पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित हो जाएंगे. इस अवसर पर प्रधानमंत्री वहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे. पीएमओ ने बताया कि देश में अब तक कुल 1224 पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों को पीएम केयर्स कोष से राशि उपलब्ध कराई गई है. इनमें से 1100 पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की जा चुकी है और इनसे 1750 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन प्रतिदिन उपलब्ध होगा. PMO ने बताया कि देश के प्रत्येक जिले में एक PSA ऑक्सीजन संयंत्र चालू करने की परियोजना को पहाड़ी क्षेत्रों, द्वीपों और दुगर्म भू-भाग वाले क्षेत्रों की जटिल चुनौतियों से निपटने के उद्देश्य से स्थापित किया गया था.
Source : News Nation Bureau