वीडियो: मन की बात में पीएम मोदी ने कहा, 'नोटबंदी के बाद लोग टैक्स जमा कराने में लगे हैं'

नोटबंदी के बाद का रेडियो पर ये उनका पहला 'मन की बात' कार्यक्रम होगा।

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Akash Shevde
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वीडियो: मन की बात में पीएम मोदी ने कहा, 'नोटबंदी के बाद लोग टैक्स जमा कराने में लगे हैं'

पीएम नरेंद्र मोदी 26वीं बार मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करेंगे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेडियो पर अपने कार्यक्रम 'मन की बात' को संबोधित कर रहे हैं। नोटबंदी के बाद पहली बार पीएम मोदी 'मन की बात' कार्यक्रम के ज़रिये लोगों से मुख़ातिब हों रहे हैं।

यहां पढ़िये पीएम मोदी ने मन की बात में क्या कहा ?

  • हर वर्ष की तरह इस बार दिवाली पर मैं जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिये, चीन की सीमा पर, सरहद पर गया था
  • देशवासियों ने जिस अनूठे अंदाज़ में यह दिवाली जवानों को समर्पित की इसका असर वहाँ हर जवानों के चेहरे पर अभिव्यक्त होता था
  • देशवासियों ने जो शुभकामनायें-सन्देश भेजे,अपनी ख़ुशियों में देश के सुरक्षा बलों को शामिल किया,उसका एक अद्भुत response था
  • देश के सुरक्षा बलों के प्रति आपका जो भाव-विश्व है, उसकी एक Coffee Table Book बनाई जा रही है
  • मेरी आपसे appeal है कि हम अपना स्वभाव बनाएँ, कोई भी उत्सव हो, देश के जवानों को हम किसी-न-किसी रूप में ज़रूर याद करें
  • जब सारा राष्ट्र सेना के साथ खड़ा होता है, तो सेना की ताक़त 125 करोड़ गुना बढ़ जाती है
  • कुछ समय पहले मुझे जम्मू-कश्मीर के प्रधान मिलने आये थे | इतने प्यार से, इतने खुलेपन से, गाँव के इन प्रधानों ने बातें की
  • कश्मीर में जो स्कूलें जलाये गए थे, उसकी चर्चा भी हुई और जितना दुःख हम देशवासियों को होता है, इन प्रधानों को भी इतनी ही पीड़ा थी
  • आज मुझे ख़ुशी हो रही है कि कश्मीर घाटी से आए हुए इन सभी प्रधानों ने गाँव में जाकर के सब दूर लोगों को जागृत किया |
  • कुछ दिन पहले जब Board की exam हुई, तो क़रीब 95% कश्मीर के छात्र-छात्राओं ने Board की परीक्षा में हिस्सा लिया |
  • परीक्षाओं में बड़ी तादाद में छात्रों का सम्मिलित होना इशारा करता है कि J&K के बच्चे विकास की ऊँचाइयों को पाने के लिये कृतसंकल्प है
  • मैं छात्रों को अभिनन्दन करता हूँ, उनके माता-पिता को उनके परिजनों, शिक्षकों को और ग्राम प्रधानों को भी ह्रदय से बधाई देता हूँ
  • मैंने ‘मन की बात’ के लिये लोगों के सुझाव मांगे, एकतरफ़ा ही सबके सुझाव आए, सब कहते थे कि Rs 500,1000 पर विस्तार से बातें करें
  • जिस समय मैंने ये निर्णय किया था तब भी मैंने सबके सामने कहा था कि निर्णय सामान्य नहीं है कठिनाइयों से भरा हुआ है।
  • मुझे ये भी अंदाज़ था कि हमारे सामान्य जीवन में अनेक प्रकार की नयी–नयी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
  • निर्णय इतना बड़ा है इसके प्रभाव से बाहर निकलने में 50 दिन तो लग जाएँगे,तब जाकर के normal अवस्था की ओर हम बढ़ पाएँगे।
  • आपकी कठिनाइयों को मैं समझता हूँ, भ्रमित करने के प्रयास चल रहे हैं फिर भी देशहित की इस बात को आपने स्वीकार किया है।
  • कभी-कभी मन को विचलित करने वाली घटनायें सामने आते हुए भी, आपने सच्चाई के इस मार्ग को भली-भांति समझा है।
  • Rs 500,1000 और इतना बड़ा देश इतनी करेंसियों की भरमार और ये निर्णय-पूरा विश्व बहुत बारीक़ी से देख रहा है।
  • पूरा विश्व देख रहा है कि सवा-सौ करोड़ देशवासी कठिनाइयाँ झेल करके भी सफलता प्राप्त करेंगे क्या!
  • विश्व के मन में प्रश्न-चिन्ह हो सकता है लेकिन भारत को विश्वास है कि देशवासी संकल्प पूर्ण करके ही रहेंगे।
  • हमारा देश सोने की तरह तप करके, निखर करके निकलेगा और उसका कारण इस देश का नागरिक है, उसका कारण आप हैं।
  • केंद्र, राज्य, स्थानीय स्वराज संस्थाओं की इकाइयाँ, बैंक कर्मचारी, पोस्ट ऑफिस-दिन-रात इस काम में जुटे हुए हैं।
  • तनाव के बीच, ये सभी लोग बहुत ही शांत-चित्त रूप से, इसे देश-सेवा का एक यज्ञ मान करके कार्यरत हैं।
  • सुबह शुरू करते हैं, रात कब पूरा होगा, पता तक नहीं रहता है और उसी का कारण है कि भारत इसमें सफल होगा।
  • कठिनाइयों के बीच बैंक,पोस्ट ऑफिस के लोग काम कर रहे हैं और जब मानवता के मुद्दे की बात आ जाए तो वो दो क़दम आगे हैं।
  • इस महायज्ञ के अन्दर परिश्रम करने वाले, पुरुषार्थ करने वाले इन सभी साथियों का भी मैं ह्रदय से धन्यवाद करता हूँ |
  • जन-धन योजना को बैंक कर्मचारियों ने जिस प्रकार से अपने कंधे पर उठाया था उनके सामर्थ्य का परिचय हुआ।
  • फिर से एक चुनौती को उन्होंने लिया है मुझे विश्वास है देशवासियों का संकल्प,सबका सामूहिक पुरुषार्थ, इस राष्ट्र को नई ताक़त बनाएगा।
  • लेकिन बुराइयाँ इतनी फैली हुई हैं कि आज भी कुछ लोगों की बुराइयों की आदत जाती नहीं है |
  • बेनामी संपत्ति का इतना कठोर क़ानून बना है, कितनी कठिनाई आएगी और सरकार नहीं चाहती है कि देशवासियों को कोई कठिनाई आए।
  • यह जानकार आनंद होता है, इतना गर्व होता है कि मेरे देश में सामान्य मानव का क्या अद्भुत सामर्थ्य है |
  • मैं चुनाव में चाय पर चर्चा करता था लेकिन मुझे पता नहीं कि चाय पर चर्चा में, शादी भी होती है |
  • असम के धेकियाजुली गाँव में Tea-worker को 2000 रुपये का नोट मिला, तो चार अड़ोस-पड़ोस की महिलायें ने साथ जाकर ख़रीददारी की।
  • देश को तो लाभ आने वाले दिनों में मिलेगा, लेकिन कुछ लोगों को तो तत्काल लाभ मिल गया है |
  • भाइयो-बहनो ! हमारा गाँव, हमारा किसान ये हमारे देश की अर्थव्यवस्था की एक मज़बूत धुरी हैं।
  • अर्थव्यवस्था के बदलाव के कारण,कठिनाइयों के बीच,हर नागरिक अपने कोadjustकर रहा है लेकिन मैं किसानों का विशेष रूप से अभिनंदन करता हूँ।
  • Municipality को tax का मुश्किल से 50% आता है लेकिन इस बार 8 तारीख़ के निर्णय से उनको 13 हज़ार करोड़ रुपये जमा हो गए।
  • कठिनाइयों के बीच भी किसान ने रास्ते खोजे हैं।सरकार ने कई महत्वपूर्ण निर्णय किए हैं,जिसमें किसानों को और गाँवों को प्राथमिकता दी है।
  • कठिनाइयाँ तो हैं,लेकिनमुझे विश्वास है जो किसान हर कठिनाइयाँ झेलते हुए डट करके खड़ा रहता है,इस समय भी वो डट करके खड़ा है।
  • हमारे देश के छोटे व्यापारी, वे रोजगार भी देते हैं, आर्थिक गतिविधि भी बढ़ाते हैं।
  • पिछले बजट में महत्वपूर्ण निर्णय किया था कि गाँव के छोटे दुकानदार भी अब 24घंटा अपना व्यापार कर सकते हैं,कोई क़ानून उनको रोकेगा नहीं।
  • मुद्रा-योजना से उनको loan देने की दिशा में काफी initiative लिए। लाखों-करोड़ों रुपये मुद्रा-योजना से ऐसे छोटे-छोटे लोगों को दिए।
  • अर्थव्यवस्था के बदलाव के निर्णय के कारण छोटे-छोटे व्यापारी को भी कठिनाई होना स्वाभाविक था।
  • लेकिन मैंने देखा कि छोटे व्यापारी भी technology, Mobile App, मोबाइल बैंक, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ग्राहकों की सेवा कर रहे हैं।
  • मैं अपने छोटे व्यापारी भाइयो-बहनों से कहना चाहता हूँ कि मौका है, आप भी digital दुनिया में प्रवेश कर लीजिए।
  • मॉलtechnologyके माध्यम से व्यापार को जिस प्रकार से बढ़ाते हैं, छोटा व्यापारी भीuser friendly technologyसे व्यापार बढ़ा सकता है।
  • आप cashless society बनाने में बड़ा योगदान दे सकते हैं, व्यापार बढ़ाने में mobile phone पर पूरी banking व्यवस्था खड़ी कर सकते हैं।
  • आज नोटों के सिवाय अनेक रास्ते हैं, जिससे हम कारोबार चला सकते हैं | technological रास्ते हैं, safe है, secure है और त्वरित है।
  • मैं चाहूँगा कि आप सिर्फ़ इस अभियान को सफल करने के लिए मदद करें, इतना नहीं, आप बदलाव का भी नेतृत्व करें।
  • मज़दूर भाइयों-बहनों को कहना चाहता हूँ, आपका बहुत शोषण हुआ है।कागज़ पर पगार होता है और जब हाथ में दिया जाता है तब दूसरा होता है।
  • कभी पगार पूरा मिलता है, तो बाहर कोई खड़ा होता है, उसको cut देना पड़ता है और मज़दूर मजबूरन इस शोषण को जीवन का हिस्सा बना देता है।
  • नई व्यवस्था से हम चाहते हैं कि आपका बैंक में खाता हो, आपके पगार के पैसे आपके बैंक में जमा हों, ताकि minimum wages का पालन हो।
  • एक बार आपके बैंक खाते में पैसे आ गए तो आप भी छोटे से मोबाइल फ़ोन को ई-बटुवे की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • आप उसी mobile phone से अड़ोस-पड़ोस की छोटी-मोटी दुकान से जो भी खरीदना है, खरीद सकते हैं, उसी से पैसे भी दे सकते हैं।
  • इतना बड़ा निर्णय मैंने ग़रीब, किसान, मज़दूर, वंचित, पीड़ित के लिये लिया है, उसका benefit उसको मिलना चाहिए।
  • मेरे देश के युवा और युवतियाँ, मैं जानता हूँ, मेरा निर्णय आपको पसन्द आया है, आप इस निर्णय का समर्थन करते हैं ।
  • मेरे नौजवानो, आप मेरी मदद कर सकते हो क्या ? जितना आज की दुनिया का अनुभव आपको है, पुरानी पीढ़ी को नहीं है।
  • हो सकता है, आपके परिवार में बड़े भाई साहब को भी मालूम नहीं होगा और माता-पिता, चाचा-चाची, मामा-मामी को भी शायद मालूम नहीं होगा।
  • App क्या होती है आप वो जानते हो, online banking क्या होता है, online ticket booking कैसे होता है, आप जानते हो।
  • हमारा सपना है cashless societyका,ये ठीक है शत-प्रतिशत cashless society संभव नहीं,लेकिन क्यों न less-cash society की तो शुरुआत करे।
  • मुझे इसमें आपकी physical मदद चाहिए, ख़ुद का समय चाहिए, ख़ुद का संकल्प चाहिए। और आप मुझे कभी निराश नहीं करोगे।
  • हर बैंक online सुविधा देता है। हर बैंक की अपनी mobile app है,कई तरह के card हैं, अपना wallet है, wallet का सीधा मतलब है e-बटुवा।
  • 8तारीख़ के बाद तो जो RupayCard का बहुत कम उपयोग होता था, गरीबों ने Rupay Card का उपयोग करना शुरू किया और करीब 300% वृद्धि हुई है।
  • एक बढ़िया platform है, कारोबार करने की UPI, जिससे आप ख़रीदी भी कर सकते हैं, पैसे भी भेज सकते हैं, पैसे ले भी सकते हैं।
  • साधारण जो feature phone होता है, उससे भी cash transfer हो सकती है। हर कोई इसका आराम से उपयोग कर सकता है।
  • व्यवस्था को अधिक सरल बनाने के लिए ज़ोर दिया है। सभी बैंक इस पर लगी हुई हैं। अब तो online surcharge का ख़र्चा भी cancel कर दिया है।
  • मुझे विश्वास है नौजवान हर दिन कुछ समय निकाल कर 10 परिवारों को ये technology क्या है, technology का कैसे उपयोग करते हैं बताएंगे।
  • एक बार लोगों को Rupay Card का उपयोग कैसे हो, ये आप सिखा देंगे, तो ग़रीब आपको आशीर्वाद देगा।
  • सामान्य नागरिक को ये व्यवस्थायें सिखा दोगे,तो उसको सारी चिंताओं से मुक्ति मिल जाएगी। सारे नौजवान लग जाएँ तो ज्यादा समय नहीं लगेगा।
  • मैं आपको निमंत्रण देता हूँ – आइए, सिर्फ समर्थन नहीं, हम इस परिवर्तन के सेनानी बनें और परिवर्तन लेकर ही रहेंगे।
  • देश को भ्रष्टाचार और काले-धन से मुक्त करने की ये लड़ाई को हम आगे बढ़ाएँगे।
  • ये बात माननी पड़ेगी, जो बदलाव लाता है, वो नौजवान लाता है, क्रांति करता है, वो युवा करता है।
  • केन्या ने M-PESA mobile व्यवस्था खड़ी की, technology का उपयोग किया, आज केन्या में पूरा कारोबार इस पर shift होने की तैयारी में है।
  • मेरे नौजवानो, मैं फिर एक बार आग्रह से आपको कहता हूँ कि आप इस अभियान को आगे बढ़ाइए।
  • आज हरिवंशराय बच्चन जी के जन्मदिन पर अमिताभ बच्चन जी ने “स्वच्छता अभियान” के लिये एक नारा दिया है।
  • आपने देखा होगा,अमिताभ जी स्वच्छता के अभियान को बहुत जी-जान से आगे बढ़ा रहे हैं। जैसे स्वच्छता का विषय उनके रग-रग में फैल गया है।
  • तभी तो अपने पिताजी की जन्म-जयंती पर उनको स्वच्छता का ही काम याद आया। उन्होंने हरिवंशराय जी की कविता की पंक्ति उन्होंने लिखी है।
  • हरिवंशराय जी इसके माध्यम से अपना परिचय दिया करते थे।
  • मैं हरिवंशराय जी को आदर-पूर्वक नमन करता हूँ।अमिताभ जी को भी स्वच्छता के काम को आगे बढ़ाने के लिये भी धन्यवाद करता हूँ।
  • न की के माध्यम से आपके विचार, आपकी भावनायें आपके पत्रों के माध्यम से, MyGov, NarendraModiApp पर मुझे आपको जोड़ कर रखती हैं

 हालांकि प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले अब तक 25 बार 'मन की बात' कार्यक्रम कर चुके हैं।

इससे पहले पीएम मोदी ने 30 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर मन की बात की थी। इस दौरान उन्होंने 'संदेश टू सोलजर' पर भी बात की थी।

8 नवंबर को 500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने के बाद लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। वहीं 500 और 2000 रुपये के नए नोट बाजार में उतार दिए गए हैं लेकिन 500 रुपये के नए नोट अब भी कई जगहों पर नहीं पहुंच पाए हैं।

PM modi Narendra Modi Radio
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