श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास (Mahant Nritya Gopal Das) ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए साफ-साफ कहा कि मंदिर निर्माण (Ram Mandir) से पहले सिर्फ भूमि पूजन होगा, शिलान्यास (Foundation Ceremony) का कार्यक्रम नहीं होगा. महंत के मुताबिक साल 1992 में शिलान्यास हो चुका है. ऐसे में बार-बार शिलान्यास नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को आमंत्रित किया गया है. गौरतलब है कि गुरुवार को ही महंत नृत्य गोपाल दास की अगुवाई में ट्रस्ट के सदस्यों ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी.
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पहली बैठक में कई मसलों पर हुई चर्चा
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ट्रस्ट की पहली बैठक के दौरान हुई चर्चा की जानकारी दी गई. ट्रस्ट के सदस्यों ने शिलान्यास के मुहूर्त पर प्रधानमंत्री मोदी को अयोध्या आने का न्योता दिया. प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के बाद ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि अब प्रतीक्षा करने का अधिक वक्त नहीं है, लिहाजा मंदिर का निर्माण अब तेज गति से होनी चाहिए. महंत नृत्य गोपाल दास के अनुसार भूमि पूजन समारोह के लिए अयोध्या आने के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वह शीघ्र ही अयोध्या आएंगे.
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पुरानी यादें भी की गईं साझा
महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा, 'हम लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि दिव्य और भव्य राम मंदिर जल्द से जल्द बनें, जनता ने इसलिए आपको प्रधानमंत्री बनाया है. आप संतों और जनता की इच्छा पूरी करें, इसके जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वो चाहते हैं कि जल्द से जल्द और भव्य राम मंदिर बनें. भगवान राम टाट में रह रहे हैं, इसलिए जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया जाना चाहिए.' प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को बातचीत के क्रम में नृत्यगोपाल दास को याद दिलाया कि कैसे उनकी मुलाकात बड़ौदा में हुई थी. कुछ पुरानी यादें भी उन्होंने ट्रस्ट के सदस्यों के साथ साझा की.
HIGHLIGHTS
मंदिर निर्माण से पहले सिर्फ भूमि पूजन होगा, शिलान्यास नहीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह शीघ्र ही अयोध्या आएंगे.
अब प्रतीक्षा करने का अधिक वक्त नहीं है.