प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को यानी आज सिडनी संवाद में भारत के 'प्रौद्योगिकी विकास और क्रांति' विषय पर मुख्य संबोधन देंगे. सिडनी संवाद 17 से 19 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है. यह ऑस्ट्रेलियाई सामरिक नीति संस्थान की एक पहल है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री 18 नवंबर को भारतीय समयानुसार सुबह लगभग 9 बजे ‘सिडनी संवाद’ में मुख्य भाषण देंगे. जयशंकर और राजनाथ सिंह को नवंबर के अंतिम सप्ताह में मास्को की यात्रा करनी थी, लेकिन 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के कारण कार्यक्रम में संशोधन किया जा रहा है.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन का भी होगा संबोधन
दरअसल, कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राजनेताओं, उद्दोग हस्तियों समेत सरकारी प्रमुखों का व्यापक चर्चा, नए विचार पेश करना है. साथ ही महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न अवसरों व चुनौतियों की सामान्य समझ विकसित करने की दिशा में काम करने के लिए एक मंच सभी को लेकर आएगा. वहीं, इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन समेत जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का भी संबोधन होगा. ‘सिडनी संवाद’ दरअसल राजनेताओं, उद्योग क्षेत्र की हस्तियों और सरकारी प्रमुखों को व्यापक चर्चाएं करने, नए विचार सृजित करने और उभरती एवं महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों से उत्पन्न अवसरों एवं चुनौतियों की सामान्य समझ विकसित करने की दिशा में काम करने के लिए एक मंच पर लाएगा. ‘सिडनी संवाद’ में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी मुख्य भाषण देंगे.
भारत-रूस‘टू प्लस टू’ वार्ता आयोजित करने पर कर रहे विचार
भारत-रूस ‘टू प्लस टू’ रक्षा और विदेश मंत्रिस्तरीय संवाद का पहला संस्करण प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक शिखर बैठक के साथ आयोजित किया जा सकता है, जिसके छह दिसंबर को होने की संभावना है. आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष मुख्य रूप से समय संबंधी मुद्दों के कारण शिखर सम्मेलन के समय ‘टू प्लस टू’ वार्ता आयोजित करने पर विचार कर रहे हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव और सर्गेई शोयगु के साथ बातचीत करने वाले हैं. दोनों मंत्रियों के इस महीने के अंत में या दिसंबर की शुरुआत में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ भारत-अमेरिका ‘टू प्लस टू’ वार्ता के लिए वाशिंगटन का दौरा करने की भी संभावना है. लेकिन, सूत्रों ने कहा कि बातचीत को अब जनवरी तक टाले जाने की संभावना है.
Source : News Nation Bureau