बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने निजी कारणों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद उनकी जगह पीके मिश्रा (PK Mishra) को पीएम मोदी का प्रधान सचिव बनाया गया है. वहीं पीके सिन्हा (PK Sinha) को प्रधानमंत्री का प्रधान सलाहकार बनाया गया है. बुधवार के एक सरकारी आदेश में यह जानकारी दी गई. पीके सिन्हा को पिछले माह प्रधानमंत्री कार्यालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी नियुक्त किया गया था. अब प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, पीके मिश्रा और पीके सिन्हा के कार्यक्षेत्रों को परिभाषित किया है. पीके मिश्रा और अजीत डोभाल सरकार में को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है.
पीके मिश्रा की होंगी ये जिम्मेदारियां
पीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा कानून मंत्रालय, नीतिगत मुद्दों, कार्मिक और कैबिनेट की नियुक्ति समिति और अन्य नियुक्तियों से संबंधित मामलों पर नजर बनाए रखेंगे. पीके मिश्रा कैबिनेट सचिवालय से संबंधित मुद्दे, बैठक की विषय सूची, भ्रष्टाचार रोधी इकाई, पीएमओ के प्रतिष्ठानों और नीतिगत मुद्दे देखेंगे.
पीके सिन्हा की होगी ये जिम्मेदारी
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सलाहकार के रूप में कार्यभार देखते हुए पीके सिन्हा सभी विभागों, मंत्रालयों, एजेंसियों और निकायों से संबंधित नीतिगत मुद्दों पर नजर बनाएं रखेंगे. पीके सिन्हा उन मामलों की भी देखरेख करेंगे जिन्हें विशेष रूप से प्रमुख सचिव और एनएसए को आवंटित किया गया होगा.
अजित डोभाल की जिम्मेदारियां
पीएमओ ने बताया है कि अजीत डोभाल विदेश मंत्रालय, प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्रालय, अंतरिक्ष, खुफिया एजेंसी, रक्षा मंत्रालय, परमाणु ऊर्ज और खुफिया एजेंसी रिसर्च एण्ड एनालिसिस विंग (रॉ) से जुड़े मामले देखेंगे. डोभाल नियुक्तियों को छोड़कर राष्ट्रीय सुरक्षा और नीतिगत मामलों से जुड़े सभी मामले देखेंगे. इसके साथ ही उन्हें 'नेशनल सोशियलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड' (NSCN) के अलगाववादियों से वार्ता की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो