पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी के खिलाफ प्रवर्तन नदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के अंतगर्त 1314 करोड़ रूपये की फैक्ट्री परिसर को अस्थाई रूप से जब्त कर लिया है. फैक्ट्री अब्बीक्रेस्ट (थाईलैंड) गीतांजलि समूह की कंपनी है. पिछले दिनों एंटीगा में मौजूद मेहुल चौकसी ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कराने के लिए प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA) स्पेशल कोर्ट में एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) द्वारा दायर याचिका के जवाब में यह बात कही और खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था.
बता दें कि मेहुल चोकसी पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 14 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है. घोटाले से पर्दा उठने से पहले वह जनवरी में देश छोड़कर चला गया था.
पिछले महीने इंटरपोल ने भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिसजारी किया था. मेहुल चोकसी गीतांजलि ग्रुप का चेयमैन है. चोकसी ने एंटीगुआ में शरण ली है. अधिकारियों के अनुसार, चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के साथ ही उसके प्रत्यर्पण या निर्वासन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. चोकसी को इंटरपोल के 192 सदस्य देशों में से किसी के द्वारा भी गिरफ्तार किया जा सकता है.
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पिछले साल मुंबई के ब्रैडी हाउस स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में कथित तौर 2011-17 के दौरान लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग एंड फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट जारी करके बैंक को 13,500 करोड़ रुपये की चपत लगाने के मामले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ जांच शुरू हुई थी. मामले में सीबीआई जांच शुरू होने से पहले ही दोनों कारोबारी- नीरव मोदी और मेहुल चौकसी देश छोड़कर भाग चुके थे. सीबीआई और ईडी ने उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया. शुरू में चोकसी के एंटिगुआ में होने का पता चला. सीबीआई उनके प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी है.
Source : News Nation Bureau