सीबीआई गीतांजलि समूह की भारत स्थित 18 सहायक कंपनियों के बैलेंस शीट की जांच पड़ताल कर रही है जो मेहुल चौकसी द्वारा प्रवर्तित है।
सीबीआई ऐसा इसलिए कर रही है ताकि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) द्वारा दी गई 11384 करोड़ रुपए की गारंटी के आधार पर विभिन्न बैंकों से ली गई राशि की लेनदेन की पूरी श्रृंखला का पता लग सके।
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि लेनदेन की पूरी श्रृंखला का पता लगाया जा सके और कथित घोटाले की गहरायी पता लग सके जो कि हजारों दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड में फैला हुआ है।
सीबीआई अधिकारियों ने कहा कि गिरफ्तार किए गए बैंक अधिकारियों गोकुलनाथ शेट्टी (सेवानिवृत्त) और मनोज खराट और नीरव मोदी की कंपनी के एक हस्ताक्षरकर्ता के अलावा पीएनबी के अन्य अधिकारियों से पूछताछ कर रही है।
उन्होंने बताया कि एजेंसी मेहुल चौकसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद छापेमारी के दौरान जब्त बड़े सर्वर से बरामद रिकॉर्ड का विश्लेषण कर रही है।
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अरबपति डायमंड उद्योगपति चौकसी और उसके रिश्तेदार नीरव मोदी और पंजाब नेशनल बैंक अधिकारियों के बीच मिलीभगत से हुए कथित घोटाले में संभावित ‘क्विड प्रो को’ के बारे में पूछे जाने पर अधिकारियों ने कहा कि वे अभी भी उसकी जांच पड़ताल कर रहे हैं और वे यह नहीं कह सकते कि इसमें नियमित भुगतान था या नहीं।
एक अधिकारी ने कहा, 'फिलहाल मुख्य ध्यान घोटाले की गहराई, धनराशि की आवाजाही और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका समझना है।'
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Source : News Nation Bureau