पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए 12,700 करोड़ रुपये के घोटाले में रविवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नीरव मोदी ग्रुप ऑफ कंपनीज के दो कर्मचारी और एक ऑडिटर को गिरफ्तार किया है।
इसके अलावा सीबीआई ने इस मामले में गीतांजलि ग्रुप ऑफ कंपनीज के एक निदेशक को गिरफ्तार किया है। सीबीआई लगातार इस मामले की जांच कर रही है।
इन सभी को पीएनबी से कर्ज लेने के लिए फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) बनवाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
नीरव मोदी के फायरस्टार डायमंड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के तत्कालीन अतिरिक्त जनरल मैनेजर (आपरेशन) मनीष के बोसामिया और तत्कालीन फाइनेंस मैनेजर अनिल पांड्या को गिरफ्तार किया गया है।
साथ ही मुंबई में सीए फर्म संपत एंड मेहता में साझेदार संजय रम्भिया को भी गिरफ्तार किया गया। वहीं गिली इंडिया लिमिटेड के तत्कालीन डायरेक्टर शिव रमन नायर को भी इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है।
इससे पहले शनिवार को मुंबई की विशेष पीएमएलए (मनी लॉन्ड्रिंग निषेध कानून) कोर्ट ने नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के प्रमुख मेहुल चोकसी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।
इसी मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने शनिवार को गोकुलनाथ शेट्ठी सहित गिरफ्तार 6 आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
बता दें कि पीएनबी घोटाले के दोनों मुख्य आरोपी देश से बाहर हैं। नीरव मोदी ने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को जांच में सहयोग नहीं करने को बोल दिया है।
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Source : News Nation Bureau