पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में जांच एजेंसियों की कार्रवाई अब तक जारी है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को मुंबई के नजदीक अलीबाग में फरार आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के फार्म हाउस को सील कर दिया।
अलीबाग स्थित 1.5 एकड़ की जमीन में यह फार्म हाउस स्थित है जिसमें रोपान्या नाम का एक बंगलो भी है।
वहीं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सातवें दिन भी देश भर के कुल 17 ठिकानों पर छापेमारी की जिसमें मुंबई की चार शेल कंपनियां भी शामिल हैं।
ईडी ने इस घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के प्रोमोटर मेहुल चोकसी और अन्य से संबंधित कई सदिंग्ध शेल और नकली फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की है।
ईडी की टीम ने मुंबई के ओपेरा हाउस, पेद्दार रोड, गोरेगांव रोड और पोवई क्षेत्रों में स्थित इन फर्जी फर्म के खिलाफ कार्रवाई की है जो इस पीएनबी घोटाले से जुड़े हुए हैं।
मुंबई में स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने पीएनबी घोटाल में फायरस्टार इंटरनेशनल लिमिटेड के अध्यक्ष विपुल अंबानी सहित 4 आरोपियों को 5 मार्च तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
इससे पहले बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने पीएनबी घोटाले में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई को 16 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया। वहीं केंद्र सरकार ने नीरव मोदी के मामले में स्वतंत्र जांच के लिए एसआईटी के गठन को लेकर दाखिल की गई जनहित याचिका (पीआईएल) का विरोध किया।
केंद्र सरकार ने कहा कि इस मामले में पहले से एफआईआर दर्ज है और इसकी जांच चल रही है।
पीआईएल डालने वाले याचिकाकर्ता विनीत ढानडा ने सुप्रीम कोर्ट को कहा कि पूरा देश इसे देख रहा है और सुप्रीम कोर्ट को केंद्र सरकार को नोटिस देना चाहिए क्योंकि इसी तरह विजय माल्या के मामले में केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया था।
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सीबीआई ने मंगलवार देर रात पंजाब नेशनल बैंक के जनरल मैनेजर रैंक के अधिकारी राजेश जिंदल को गिरफ्तार किया। जिंदल अगस्त 2009 से मई 2011 तक मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस ब्रांच में ब्रांच हेड के पद पर तैनात थे।
इस दौरान भी कथित तौर पर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) नीरव मोदी की कंपनी के नाम पर दिये गए। जिंदल फिलहाल नई दिल्ली स्थित पीएनबी मुख्यालय में जीएम क्रेडिट पद पर तैनात हैं।
इस मामले में अभी तक छापेमारी में नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के 5726 करोड़ रुपये की संपत्ति को सीज कर लिया गया है जिसमें हीरे और सोने के आभूषण भी शामिल हैं।
क्या है मामला
गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक ने 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के बारे में पिछले सप्ताह जानकारी दी थी, जिसमें हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने पीएनबी के एक ब्रांच से फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) के जरिये विदेशों में दूसरे भारतीय बैंकों से पैसे निकाले।
बताया जा रहा है कि यह घोटाला 2011 में ही शुरू हुआ था और इस साल जनवरी के तीसरे सप्ताह में सामने आया जिसके बाद पीएनबी अधिकारियों ने संबंधित एजेंसियों को इसकी सूचना दी थी।
पीएनबी ने इस मामले में सीबीआई के समक्ष 13 फरवरी को दूसरी एफआईआर फाइल की थी। इससे पहले सीबीआई ने 28 जनवरी को पीएनबी से पहली शिकायत प्राप्त की थी और 28 जनवरी को केस दर्ज किया था।
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Source : News Nation Bureau