पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले में नए और अहम खुलासे हो रहे हैं। अब मेहुल चोकसी के पूर्व कर्मचारी और गीतांजलि जेम्स के प्रबंध निदेशक (एमडी) ने अहम बयान दिया है।
गीतांजलि जेम्स के पूर्व प्रबंध निदेशक संतोष श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा कि कंपनी उन पर फर्जी अकाउंटिंग बुक बनाने के लिए दवाब बनाती थी और विरोध करने पर झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देती थी।
संतोष श्रीवास्तव ने कहा, '2012-13 में मैं कंपनी के अकाउंट हेड के तौर पर काम कर रहा था। मैनें अकाउंट बुक में कुछ गड़बड़ियां पाई। उन्होंने मुझ पर फर्जी अकाउंटिंग बुक बनाने के लिए दवाब बनाया।'
उन्होंने कहा, 'इन मामलों पर जब मैंने मेहुल चोकसी से बात की तो उन्होंने मुझे काम पर फोकस करने को कहा और बात को ज्यादा न बढ़ाने को कहा। यह मेरे जमीर को मारने जैसा था। मैंने 2013 में शिकायत करने का निर्णय लिया उसके बाद भारी रकम का लालच दिया, नहीं मानने पर वे मुझे फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी देते थे।'
संतोष का कहना है कि वो इस मामले में मुखबिर (व्हिसलब्लोअर) की भूमिका में हैं और वे कई संस्थानों जैसे सीबीआई, ईडी, सेबी और उद्योग मंत्रालय को लिख रहे थे।
श्रीवास्तव ने कहा, 'मैं हतोत्साहित हो गया था क्योंकि मुखबिर होने के कारण भी इस मामले में मेरे पास पर्याप्त कागजात नहीं थे। कंपनी में नहीं होने के कारण मेरी भूमिका सीमित हो गई थी। इस तरह के संकट के बीच जॉब में रहना मुश्किल था।'
सोमवार को पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी के अलावा अन्य आरोपी और उनके मामा मेहुल चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स के सीएफओ और बोर्ड मेंबर सहित चार अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया।
सोमवार को ही सुप्रीम कोर्ट में पीएनबी घोटाले की जांच के लिए याचिका दाखिल की गई।
सोमवार को सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई के ब्राडी हाउस स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा को सील कर दिया। इसी ब्रांच से फर्जीवाड़ा के जरिए नीरव मोदी और उनकी सहयोगी कंपनियों को लोन दिया गया था।
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Source : News Nation Bureau