पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी ने सीबीआई को एक पत्र के जरिए जवाब दिया है। मेहुल ने इस लेटर में लिखा है कि वह तबियत खराब होने की वजह से भारत नहीं लौट रहे हैं। सीबीआई की जांच में भी शामिल होने पर मेहुल ने असमर्थता जताई है।
मेहुल ने सरकारी दफ्तरों के प्रति आदर बताते हुए लेटर में लिखा है कि स्थानीय पासपोर्ट ऑफिस मेहुल से किसी तरह की बात नहीं कर रहा है और उनका पासपोर्ट भी सस्पेंड है। मेहुल ने बताया कि वह भारत आने के लिए किसी तरह का बहाना नहीं बना रहे हैं।
मेहुल ने कहा, 'मैं इस बात को दोहराता हूं कि मैं विदेश में हूं, मैंने पहले भी आपके नोटिस का जवाब दिया है, आश्चर्य है कि उठाए गए मुद्दों पर अभी तक बात नहीं हुई है। इससे मेरी सुरक्षा को लेकर मेरी चिंताएं बहुत बढ़ गई हैं।'
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मेहुल ने इस दौरान उन पर कई सरकारी एजेंसियों की कार्रवाई पर भी लिखा है कि उन्हें इस दौरान असहाय और बिना किसी जानकारी के छोड़ दिया गया है। उनकी संपत्ति पर कई तरह की एजेंसियों की कार्रवाई की जा रही है जो कि गलत है।
मेहुल ने कहा कि जिस तरह से उन पर आरोप लगाए गए हैं, उसने उन्हें पूरी तरह से रक्षाविहीन छोड़ दिया है।
मेहुल ने इस दौरान कहा कि वह विदेश में अपने व्यवसाय में कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि समस्या का समाधान निकल सके। फ्रॉड के आरोपों के चलते भारत में उनके कारोबार पर रोक के बाद उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ रही है।
बाद में उन्होंने अपने पत्र में अपने स्वास्थ्य की बात दोहराई और कहा कि वह भारत आने में फिलहाल स्वास्थ्य खराब होने की वजह से असमर्थ हैं।
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Source : News Nation Bureau