पंजाब नेशनल बैंक को 13,500 करोड़ की चपत लगाने वाले भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लंदन में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने लंदन में नीरव मोदी को गिरफ्तार किया. इससे सात दिन पहले लंदन वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने उसके खिलाफ वारंट जारी किया था. लंदन में हीरा कारोबारी की गिरफ्तारी के बाद भारत में सियासत भी तेज हो गयी है. बीजेपी ने नीरव मोदी की गिरफ़्तारी को पीएम नरेंद्र मोदी की कामयाबी बताया. इस पर कांग्रेस महासचिव ने पलटवार किया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, 'ये कामयाबी है? जाने किसने दिया था.'
Congress General Secretary for Uttar Pradesh (East) Priyanka Gandhi Vadra on BJP saying the arrest of Nirav Modi in London is an achievement of PM Modi: Ye achievement hai? Jaane kisne diya tha? pic.twitter.com/ZCc21V25J2
— ANI (@ANI) March 20, 2019
प्रियंका गांधी से पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने भी सरकार को घेरा था. संवावदाताओं से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता ने कहा, 'बीजेपी ने नीरव मोदी की देश से भगाने में मदद की, अब यह वापस ला रहे है. चुनाव के समाय ये वापस ला रहे हैं और चुनाव के बाद नीरव मोदी को वापस भेज दिया जायेगा.'
Ghulam Nabi Azad, Congress on Nirav Modi arrested in London: They (BJP) had only helped him flee the country, now they are bringing him back. They are bringing him back for the elections, they will send him back after elections. pic.twitter.com/JNYGnJYlkP
— ANI (@ANI) March 20, 2019
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी निशाना साधा. एनसी नेता ने ट्वीट कर लिखा, नीरव मोदी की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी इसका श्रेय पीएम मोदी को दे रही है जबकि सच्चाई इससे एकदम अलग है. लंदन में टेलीग्राफ और उसके संवाददाता ने नीरव मोदी को ढूंढ निकाला था. न कि पीएम और उनकी एजेंसी ने.
It’s amusing to see the BJP falling over itself to credit the PM with the Nirav Modi arrest while completely ignoring the fact that it was The Telegraph of London & it’s correspondent who found Nirav Modi, not the PM & his agencies.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) March 20, 2019
और पढ़ें: लंदन कोर्ट में भगोड़े नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज, 29 मार्च तक हिरासत में रहेगा
बता दें कि नीरव मोदी 2018 में घोटाले के सामने आने से कुछ महीने पहले ही भारत से फरार हो गया था. इंटरपोल ने प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) के आग्रह पर जुलाई 2018 में नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था. भगोड़े कारोबारी के ठिकानों के बारे में एक रहस्य बना हुआ था, क्योंकि उसे न्यूयॉर्क, हांगकांग और अन्य शहरों में देखा गया था. अपने चाचा मेहुल चोकसी के साथ नीरव मोदी पीएनबी घोटाले में सीबीआई द्वारा जांच शुरू होने से पहले ही भाग गया था.
ईडी ने पिछले साल 24 और 25 मई को दोनों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था और दोनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था.
Source : News Nation Bureau