जम्मू कश्मीर में पोस्टर चिपका कर स्थानीय व्यापारियों को कथित रूप से धमकाने तथा घाटी में सामान्य स्थिति बहाली में बाधा उत्पन्न करने को लेकर अज्ञात संख्या में व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके आतंकवादियों से संबंध होने का संदेह है. यह जानकारी अधिकारियों ने शनिवार को दी. कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक एस पी पाणि ने मीडिया को बताया कि दुकानदारों को भयभीत करने के लिए पोस्टर चिपकाने की घटनाओं को पुलिस ने संज्ञान में लिया है और इसमें शामिल व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. पाणि ने कहा कि पुलिस ऐसी घटनाओं की जांच कर रही है और यह पता चला है कि कुछ मामलों के पीछे ‘सक्रिय आतंकवादी समर्थन’ था. उन्होंने कहा, ‘जांच चल रही है.
कुछ मामलों में शरारती तत्व हैं, कुछ में बदमाश हैं जबकि अन्य में सक्रिय आतंकवादी मॉड्यूल शामिल हैं.’ पुलिस आधिकारी ने कहा कि श्रीनगर सहित घाटी के विभिन्न स्थानों से कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया, ‘इनमें से कई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है और इसमें शामिल कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार व्यक्तियों में सोपोर, अवंतिपुरा और श्रीनगर स्थित चार-पांच प्रमुख मॉड्यूल के व्यक्ति शामिल हैं.’
जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त करने तथा राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद इसके विरोध में घाटी में तीन महीने तक बंद के बाद घाटी में जनजीवन पिछले कुछ हफ्तों से वापस पटरी पर लौट रहा था लेकिन यहां एवं अन्य स्थानों पर दुकानदारों एवं स्थानीय ट्रांसपोर्टरों को धमकी देने वाले पोस्टर चिपकाये जाने के बाद बुधवार से फिर से बंद शुरू हो गया. अधिकारियों ने बताया कि शहर में और अन्य स्थानों पर अधिकतर दुकानें, ईंधन स्टेशन और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान शनिवार को चौथे दिन भी बंद रहे. उन्होंने बताया कि सरकारी परिवहन शहर और घाटी में अन्य स्थानों पर कुल मिलाकर सड़कों से नदारद रहे. उन्होंने बताया कि कुछ आटो रिक्शा एवं अंतर जिला कैब सेवायें चल रही थीं. प्रीपेड मोबाइल फोन एवं सभी इंटरनेट सेवायें पांच अगस्त से ही बंद हैं.
Source : Bhasha