तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी एम के स्टालिन के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। तमिलनाडु विधानसभा में शशिकला के वफादार पलानीसामी के विश्वास मत जीतने के विरोध में स्टालिन ने मरीना बीच पर प्रदर्शन किया था। पुलिस ने इसी मामले में उनके खिलाफ एफआईआर किया है।
तमिलनाडु में विश्वास मत के दौरान हुई हिंसा में स्टालिन केंद्र में रहे। विधानसभा में विश्वासमत से पहले स्टालिन फटी शर्ट के साथ बाहर आए। स्टालिन के साथ द्रमुक के अन्य विधायकों को भी स्पीकर ने सदन से बाहर निकाल दिया था। इसके बाद वह शाम में मरीना बीच पर भूख हड़ताल पर बैठ गए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था।
अपनी फटी शर्ट दिखाते हुए स्टालिन ने कहा था, 'हमारे साथ सत्ताधारी दल के लोगों ने धक्का मुक्की की। मुझे विधानसभा से बाहर कर दिया गया।'
इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलनीस्वामी ने शनिवार को विधानसभा में आसानी से विश्वास मत हासिल कर लिया। वहीं विश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया के दौरान हंगामा इतना बढ़ गया कि विधानसभा अध्यक्ष को विपक्षी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के विधायकों को सदन से बाहर निकलवाना पड़ गया, जबकि कांग्रेस ने बहिर्गमन किया।
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गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले पलनीस्वामी के पक्ष में 122, जबकि विरोध में 11 मत पड़े। विरोध में पड़े 11 वोट पूर्व मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम खेमे के ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के विधायकों ने दिए।
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नए मुख्यमंत्री पलनीस्वामी एआईएडीएमके की महासचिव वी.के.शशिकला खेमे से हैं। गुप्त मतदान की मांग को लेकर हंगामा करने को लेकर विपक्षी दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के 88 विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष पी.धनपाल ने सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया, जिसके बाद मतदान कराया गया।
Source : News Nation Bureau