तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर स्मेलटर प्लांट हिंसा मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने जांच शुरू कर दी है। प्रदर्शन के दौरान पुलिस की फायरिंग में 13 लोगों की मौत हो गई थी। आयोग इस बात की जांच करेगा कि प्रदर्शनकारियों की मौत किन परिस्थितियों में हुई थी।
मानवाधिकार आयोग के सदस्यों ने शनिवार को स्टरलाइट स्टाफ क्वार्टर का दौरा किया और प्रदर्शनकारियों द्वारा कंपनी की संपत्ति को बर्बाद करने का भी आकलन किया।
क्वार्टर का दौरा करने के बाद आयोग के सदस्य अस्पताल में गए जहां पर घायल लोगों का इलाज चल रहा है और उनसे पूछताछ की।
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इस बीच राज्य सरकार ने मद्रास हाई कोर्ट से रिटायर्ड जज अरूणा जगदेसन की अगुवाई में एक पूछताछ आयोग का गठन किया है। राज्य सरकार ने जनता से अपील की है कि 22 जून से पहले सरकार को व्यक्तिगत तौर पर या किसी पत्र के जरिए हिंसा और गोलीबारी की सारी जानकारी दें।
आपको बता दें कि 29 मई को तमिलनाडू सरकार ने वेदांता समूह के कॉपर संयंत्र के विस्तार के लिए भूमि आवंटन को रद्द कर दिया था और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को मौजूदा इकाईयों को स्थायी रूप से बंद करने का आदेश भी दिया था।
22 और 23 मई को वेदांता की स्टरलाइट कॉपर संयंत्र के विरुद्ध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की फायरिंग में 13 लोगों की मौत हो गई थी।
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Source : News Nation Bureau