जम्मू-कश्मीर (Jammu&Kashmir) से अनुच्छेद 370 हटने के बाद अब राज्य में विकास की रफ्तार बढ़ने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है. दरअसल, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद वहां विकास बढ़ने का दावा किया जा रहा है. पॉलिसी बाजार (Policy Bazaar) और पैसाबाजार (PaisaBazaar) ने अगले एक साल में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 4 हजार लोगों को रोजगार देने की घोषणा की है.
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घाटी में रोजगार की सख्त जरूरत
कंपनियों ने कहा है कि नई नौकरियों में 95 फीसदी ग्राहकों को सलाह देने और बाकी सभी कॉर्पोरेट और तकनीकी कार्यों के लिए शामिल होगा. प्रति व्यक्ति पर लागत लगभग 1 लाख रुपये आएगी. Policy Bazaar के सहसंस्थापक और CEO यशिश दहिया (Yashish Dahiya ) के मुताबिक उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर में 4 साल पढ़ाई की है. वहां पर पढ़ाई की गुणवत्ता काफी अच्छी है. घाटी में रोजगार की सख्त जरूरत है. इसीलिए वो स्थानीय लोगों के लिए आजीविका और रोजगार बढ़ाने के प्रयास का हिस्सा बनना चाहते हैं. इसके लिए अधिक प्रयासों की जरूरत है.
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बता दें कि यशिश दहिया ने बचपन में जम्मू के संदीप स्कूल में 4 साल पढ़ाई की है और उनके पिता ने आर्मी में रहते हुए 16 साल जम्मू-कश्मीर में गुजारे हैं. मौजूदा समय में पॉलिसी बाजार में सॉफ्ट बैंक, इंफोएज और टाइगर ग्लोबल जैसे निवेशकों की हिस्सेदारी है. पैसा बाजार और डॉकप्राइम को जोड़कर उसके ग्रुप वेंचर के अंतर्गत 11 हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है. बता दें कि पॉलिसी बाजार भारत की बड़ी इंश्योरेंस टेक्नोलॉजी कंपनी है.