Nitish Kumar On Chandrababu Naidu Oath: तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, एलजेपीआर प्रमुख चिराग पासवान, अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल और आरपीआई नेता रामदास आठवले जैसे एनडीए के कई दिग्गज नेता मौजूद थे, लेकिन इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी.
बिहार में सियासी बवाल
आपको बता दें कि नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी को लेकर बिहार में विपक्षी दलों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि एनडीए के घटक दलों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने टिप्पणी की है. कहा, ''जब नीतीश कुमार के मन मुताबिक काम नहीं होता तो वे मौन धारण कर लेते हैं. किसी न किसी तरीके से वे इस बात का संकेत देते हैं.'' उन्होंने आगे ये भी कहा कि भाजपा को तो बहुमत मिला नहीं, एनडीए के नाम पर उन्होंने बहुमत पाया है. इसके बाद मंत्रालयों का जिस तरह बंटवारा हुआ और लोकसभा अध्यक्ष की भी बात होनी है, इससे आगे कई चीजें होने वाली हैं.
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नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया
वहीं इन कयासबाजियों के बीच, खबर ये भी आई है कि नीतीश कुमार ने तेलुगु देशम पार्टी के मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू को फोन किया है. रिपोर्ट के अनुसार, नीतीश ने नायडू को मुख्यमंत्री पद संभालने पर बधाई दी. बिहार के मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, नीतीश ने फोन पर नायडू से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नायडू की अगुवाई में आंध्र प्रदेश विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा. यह बयान नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी के सवालों का जवाब देने के उद्देश्य से जारी किया गया था.
एनडीए की एकता पर उठ रहे कई सवाल
आपको बता दें कि नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी ने एनडीए की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. नीतीश कुमार जो कि जेडीयू के प्रमुख हैं. एनडीए सरकार में दूसरे सबसे बड़े घटक दल के नेता हैं. इस सरकार में 16 सांसदों के साथ टीडीपी सबसे बड़ा घटक दल है और 12 सांसदों के साथ नीतीश कुमार की जेडीयू दूसरे नंबर पर है. नरेंद्र मोदी सरकार के लिए इन दोनों ही घटक दलों का एनडीए में रहना आवश्यक है. दोनों ही पार्टियों को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में दो-दो मंत्रालय मिले हैं.
चंद्रबाबू नायडू का प्रचंड बहुमत
आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू को प्रचंड बहुमत मिला है. नायडू ने अपनी सरकार में पवन कल्याण की पार्टी जनसेना और बीजेपी को भी शामिल किया है. एनडीए को यहां 175 में से 164 सीटें मिली हैं. इस सरकार का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को हुआ जिसमें पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और अन्य बड़े नेता मौजूद रहें.
जेडीयू ने दी अपनी सफाई
इसके अलावा आपको बता दें कि नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी पर जेडीयू ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. बिहार के मंत्री और जेडीयू नेता जमा खान ने कहा कि समारोह में नहीं जाने के कई कारण हो सकते हैं, उनकी तबीयत भी खराब हो सकती है. इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री कार्यालय से बयान आया कि नीतीश कुमार ने चंद्रबाबू नायडू को मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी है और उन्होंने उम्मीद जताई है कि नायडू के नेतृत्व में आंध्र प्रदेश तरक्की के नए आयाम छुएगा.
बहरहाल, नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी ने एनडीए के भीतर उथल-पुथल की अटकलों को जन्म दिया है, जबकि नीतीश कुमार ने चंद्रबाबू नायडू को फोन कर बधाई दी और अपनी शुभकामनाएं दीं. वहीं विपक्षी दलों ने इसे एनडीए में दरार के संकेत के रूप में देखा है. अब आने वाले दिनों में ये देखना बेहद दिलचस्प होगा कि इस घटनाक्रम का एनडीए की एकता पर क्या असर पड़ता है और इसके परिणामस्वरूप क्या नई राजनीतिक परिस्थितियां उभरती हैं.
HIGHLIGHTS
- नीतीश कुमार ने चंद्रबाबू नायडू को किया फोन
- क्या फिर होने वाला है बड़ा उलटफेर?
- चंद्रबाबू नायडू ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की थी
Source : News Nation Bureau