Politics News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर मोदी सरनेम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला दर्ज किया गया है. यह मामला 23 अप्रैल 2019 को अधिवक्ता प्रदीप मोदी द्वारा दर्ज कराया गया था. राहुल गांधी ने 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली में कहा था, ''नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी का सरनेम कॉमन क्यों है? सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?'' इस बयान को लेकर बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था. रांची की MP-MLA कोर्ट ने इस मामले में आरोप तय करने के लिए 6 जुलाई की तारीख निर्धारित की है. इस दौरान राहुल गांधी को अपने बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट में उपस्थित होना पड़ेगा. इससे पहले, राहुल गांधी ने कोर्ट में पेशी से छूट मांगी थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था. अब, राहुल गांधी को अदालत में पेश होना अनिवार्य है.
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शिकायतकर्ता का आरोप
वहीं लालपुर क्षेत्र निवासी अधिवक्ता प्रदीप मोदी ने अपनी शिकायत में कहा था कि राहुल गांधी ने मोदी सरनेम वाले लोगों को लेकर जो टिप्पणी की है, उससे पूरा मोदी समाज आहत हुआ है. शिकायतकर्ता ने मांग की थी कि राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. उनकी शिकायत को सिविल कोर्ट, रांची में दर्ज कराया गया था, जिसे 30 सितंबर 2021 को MP-MLA कोर्ट में शिफ्ट कर दिया गया था. इसके बाद, कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ समन जारी किया था.
कानूनी प्रक्रिया
राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज मामले को लेकर 6 जुलाई को रांची की अदालत में आरोप तय किए जाएंगे. इस दौरान, राहुल गांधी को अदालत में उपस्थित होकर अपने बयान दर्ज कराने होंगे. यदि वे अदालत में पेश नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ और भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.
बीजेपी विधायक की शिकायत
बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि राहुल गांधी ने 2019 में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पूरे मोदी समुदाय को बदनाम किया था. उन्होंने कहा था, ''सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?'' इस बयान को लेकर बीजेपी विधायक ने राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था.
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी ने इस मामले में अब तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि, उन्होंने अदालत में पेशी से छूट मांगी थी, जिसे खारिज कर दिया गया. अब, उन्हें 6 जुलाई को अदालत में उपस्थित होना पड़ेगा.
राजनीतिक परिदृश्य
यह मामला राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राहुल गांधी का बयान और उसके परिणामस्वरूप उनके खिलाफ दर्ज मामला बीजेपी और कांग्रेस के बीच की राजनीतिक टकराव को भी दर्शाता है. राहुल गांधी का यह बयान 2019 के लोकसभा चुनाव के समय दिया गया था, जब राजनीतिक माहौल काफी गर्म था.
HIGHLIGHTS
- मोदी सरनेम विवाद में फंसे राहुल गांधी
- 6 जुलाई को रांची अदालत में पेशी
- रांची की अदालत की कार्रवाई
Source : News Nation Bureau