2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ऐतिहासिक जीत के बाद भारत के सबसे बड़े चुनावी रणनीतिकार बनकर सामने आए प्रशांत किशोर एक बार फिर पार्टी से जुड़ सकते हैं।
खबरों की माने तो 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रशांत किशोर पिछले एक महीने से बातचीत कर रहे हैं।
2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत का सबसे बड़ा श्रेय प्रशांत किशोर को ही दिया जाता है।
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और किशोर के बीच 2019 लोकसभा चुनाव की योजना के लिए कई बार मुलाकात हो चुकी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी और किशोर पिछले 6 महीने से व्यक्तिगत रूप से संपर्क में हैं और साथ ही अमित शाह से भी बातचीत कर रहे हैं।
इसमें कहा गया है कि 2014 की जीत के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और किशोर के बीच दूरियां बढ़ गई थी, जिसके बाद किशोर ने बीजेपी के लिए काम करना छोड़ दिया था।
बीजेपी को छोड़ने के बाद 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में किशोर ने नीतीश कुमार के लिए काम कर राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड और कांग्रेस के महागठबंधन को राज्य में बड़ी जीत दिलाई थी।
इसके बाद प्रशांत किशोर ने 2017 में कांग्रेस के करीब आए। पंजाब और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्हें रणनीतिकार बनाया गया। पंजाब में तो कांग्रेस ने 77 सीट हासिल कर बड़ी जीत दर्ज की थी लेकिन उत्तर प्रदेश में उनकी रणनीति परवान नहीं चढ़ पाई।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद किशोर की लोकप्रियता घटने की बात सामने आई गई थी, लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव के लिए एक बार फिर बीजेपी के करीब आने की बातों से राजनीतिक पार्टियों का इवेंट मैनेजमेंट मजबूत होता दिख रहा है।
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Source : News Nation Bureau