केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने उम्मीद जतायी है कि केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के बाद अब जनसंख्या नियंत्रण कानून ला सकती है. उन्होंने यहां कहा कि वह इस बारे में प्रधानमंत्री से बात कर चुकी हैं और जब उनसे अकेले में यह चर्चा हुई थी तब वह मुस्कुरा कर रह गए थे. उन्होंने कहा कि इससे लगता है कि यह विषय उनके विचार में है और वह स्वयं इस कानून की जरूरत और उपयोगिता पर विमर्श कर चुके हैं. राज्यमंत्री रविवार को वृन्दावन में चैतन्य विहार स्थित स्वामी वामदेव ज्योतिर्मठ में उनके निर्वाण महोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सत्संग में भाग लेने के लिए आयी थीं.
इस मौके पर उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी के सांसद डा. सच्चिदानन्द हरि साक्षी एवं कई संत भी उपस्थित थे. राज्यमंत्री ने इससे पूर्व ‘वात्सल्य ग्राम’ पहुंचकर साध्वी ऋतम्भरा से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा, ‘एक समय था जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया जाना असंभव बताया जा रहा था. धमकियां दी जा रही थीं कि यदि ऐसा हुआ तो खून की नदियां बह जाएंगी. कश्मीर में कोई तिरंगा झण्डा पकड़ने वाला नहीं मिलेगा. लेकिन यह सरकार देशहित में कोई भी कानून लाना पड़े, तो ला सकती है.’
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राज्यमंत्री ने कहा, ‘अब सबको विश्वास हो गया है कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हट सकता है और राम मंदिर का फैसला भी आ सकता है तो देश के लिए जो भी कानून जरूरी हुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे अवश्य लाएंगे. उन्होंने यह इतना बड़ा आन्दोलन (सीएए आदि कानून एवं प्रस्तावित बिलों का विरोध) खड़ा हो जाने के बाद भी तीन देशों में धार्मिक उत्पीड़न झेलने वाले लोगों को नागरिकता देकर सिद्ध कर दिया है.’
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निरंजन ज्योति ने कहा,‘‘जैसा कि स्वामी (सांसद सच्चिदानन्द साक्षी) जी ने अपना अनुभव बताया है. 2019 से पहले मैंने भी प्रधानमंत्री से अकेले में कुछ चर्चा की थी. मैंने उनसे कहा थाकि आप चाहे जितनी सड़कें बनाएं, कितने भी आवास बनाएं या फिर चाहे जितने मेडिकल कॉलेज खड़े करें. जब तक तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं लगेगा, बहुत ज्यादा कामयाब नहीं हो पाएंगे. इस पर वे उस समय तो मुस्कुराकर रह गए. लेकिन, मुझे विश्वास है कि उन्होंने इस विषय पर चिंतन-मंथन जरूर किया है और अब वे इस ओर कदम बढ़ाने वाले हैं.’’