भारत और चीन के बीच पिछले साल अप्रैल में तनाव शुरू हुआ था. अप्रैल से लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शुरू हुआ विवाद अभी तक बरकरार है. अब समाचार एजेंसी एएनआई ने एक रिपोर्ट में बताया है कि वर्तमान सीमा विवाद जैसी स्थिति से निपटने के लिए चीन ने 2017 में डोकलाम विवाद (Doklam Dispute) के बाद ही तैयारी शुरू कर दी थी. एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लद्दाख (Ladakh) से लेकर अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) तक LAC के नजदीक के इलाकों में अपने कैंप बनाने शुरू कर दिए थे.
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इस रिपोर्ट में सरकार सूत्र के हवाले से बताया गया कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के नजदीक अपने इलाकों में कई मिलिट्री कैंप्स बनाए हैं. इस तरह के करीब 20 कैंप्स को आम नागरिकों द्वारा देखे गए हैं. ऐसे कैंप चीनी सेना को LAC पर नजर रखने की बेहतर सुविधा मुहैया कराते हैं. साथ ही किसी भी विपरीत परिस्थिति में कार्रवाई करने में भी आसानी होती है.
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क्या है डोकलाम विवाद?
डोकलाम पिछले कई सालों से विवादित इलाका रहा है. इस क्षेत्र पर चीन और भूटान दोनों ही दावा करते हैं. दूसरी तरफ भारत इसे भूटान का इलाका मानता है. इसके साथ ही यह इलाका भारतीय मुख्य भू-भाग को नॉर्थ ईस्ट से जोड़ने वाले चिकन नेक के बेहद करीब है इसलिये यह सामरिक दृष्टि से भी भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. 2017 के जून महीने में चीनी सेना ने इस इलाके में सड़क निर्माण शुरू कर दिया. भूटान की तरफ मदद का हाथ बढ़ाते हुए भारतीय सेना डोकलाम तक पहुंच गई और उसने सड़क निर्माण कार्य रोक दिया. इसके बाद 73 दिनों तक दोनों देशों की सेनाएं उसी स्थिति में तैनात रहीं. राजनयिक बातचीत के बाद अगस्त में गतिरोध तो समाप्त हो गया लेकिन दोनों देशों के रिश्तों में ठंडापन आ गया.
Source : News Nation Bureau