पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) पर उपचार का असर हो रहा है और उनकी हालत स्थिर हैं. उनके बेटे और सांसद अभिजीत मुखर्जी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. प्रणब मुखर्जी (84) को 10 अगस्त को सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी. कोविड-19 जांच में उनके संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई थी.
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दिन में अस्पताल ने एक बयान में कहा था था कि प्रणब मुखर्जी की हालत में आज सुबह भी कोई सुधार नहीं आया. वह गहरी बेहोशी में है और अब भी जीवनरक्षक प्रणाली पर हैं. अभिजीत मुखर्जी ने बाद में ट्वीट किया कि मेरे पिता जुझारू हैं और हमेशा रहे हैं. उपचार का उन पर धीरे-धीरे असर हो रहा है. मैं अपने पिता के शीघ्र स्वस्थ होने की सभी शुभेच्छुओं से कामना करने की अपील करता हूं. हमें उनकी जरूरत है.
पूर्व राष्ट्रपति के स्वास्थ्य को लेकर अफवाहों से नाराज अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि मेरे पिता प्रणब मुखर्जी अब भी जिंदा है और ‘हेमोडायनामिक’ तौर पर स्थिर हैं. उन्होंने लिखा कि कई वरिष्ठ पत्रकारों के सोशल मीडिया पर गलत खबरें फैलाने से स्पष्ट हो गया है कि भारत में मीडिया फर्जी खबरों की एक फैक्टरी बन गई है. उन्होंने यह भी लिखा, जब मैं देखता हूं कि भारत में कोरपोरेट मीडिया घराने, कुछ पत्रकारों और सोशल मीडिया पर लोग सुर्खियों में रहने के लिए जानबूझकर फर्जी खबरों का धंधा करने लगते हैं तो मेरा सिर शर्म से झुक जाता है. एक ही झटके में एक जीवित व्यक्ति को मृत बनाने के लिए कितना गिर जाते हैं वे.
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मुखर्जी की बेटी एंव कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी ट्वीट किया कि मेरे पिता के बारे में आ रही खबरें गलत हैं. मैं विशेषकर मीडिया से अनुरोध करती हूं, कि मुझे फोन ना करें... ताकि अस्पताल से कोई भी अद्यतन जानकारी आने के समय मेरा फोन ‘बिजी’ ना हो. प्रणब मुखर्जी 2012 से 2017 तक भारत के राष्ट्रपति रहे हैं.