अरुण जेटली की श्रद्धांजलि सभा में पीएम मोदी पहुंचे. उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि मेरा अरुण मुझे ऐसे छोड़ के चले जाएंगे. श्रद्धांजलि सभा में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा भी मौजूद रहे. दिल्ली में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. पीएम मोदी ने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि कभी ऐसा भी दिन आएगा कि मुझे मेरे दोस्त को श्रद्धांजलि देने के लिए आना पड़ेगा.
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उन्होंने कहा कि इतने लंबे कालखंड तक अभिन्न मित्रता और फिर भी मैं उनके अंतिम दर्शन नहीं कर पाया. मेरे मन में इसका बोझ हमेशा बना रहेगा. पीएम मोदी ने कहा कि वे सर्वमित्र थे, वे सर्वप्रिय थे और वे अपनी प्रतिभा, पुरुषार्थ के कारण जिसको जहां भी उपयोगी हो सकते थे, वे हमेशा उपयोगी होते थे. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दिनों अरुण जी के लिए जो लिखा गया है, उनके लिए जो कहा गया है और अभी भी अनेक महानुभावों ने जिस प्रकार से अपनी स्मृतियों को यहां ताजा किया है इस सबसे अनुभव कर सकते हैं कि उनका व्यक्तित्व कितना विशाल था. कितनी विविधताओं से भरा हुआ था.
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पीएम मोदी ने कहा कि वे लंबे समय तक बीमार थे, लेकिन आखिरी दिन तक अगर उनसे सामने से पूछा जाए तो भी, वे अपनी बात बताने में या अपने स्वास्थ्य के बारे में बताने में समय खर्च नहीं करते थे. उनका मन-मतिष्क हमेशा देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए रम गया था. यही उनकी ऊर्जा, उनका सामर्थ्य था. पीएम मोदी बोले अरुण जी का जीवन इतनी विविधताओं से भरा हुआ था कि दुनिया की किसी भी Latest चीज की बात निकालिये, वो उसका पूरा कच्चा चिट्ठा खोल देते थे. उनके पास जानकारियों का भंडार था.
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पीएम मोदी ने कहा कि छात्र राजनीति की नर्सरी में पैदा हुआ पौधा हिंदुस्तान की राजनीति के विशाल फलक में एक वट वृक्ष बनकर उभर आए. ये अपने आप में बहुत बड़ी बात है. प्रतिभा को एक निश्चित दिशा में ढाल करके उन्होंने हर काम में एक नई ऊर्जा और एक नई सोच दी. उन्होंने कहा कि हम सबने कुछ न कुछ खोया है. अरुण जी की उत्तम स्मृतियों से प्रेरणा लेते हुए हम सभी कुछ न कुछ देश और समाज के लिए करने के एक भी अवसर को नहीं जाने देंगे.