Precaution Dose in India : देश में बढ़ते COVID-19 मामलों के बीच देश में 10 जनवरी यानी आज से प्रिकॉशन डोज देना शुरू कर दिया गया है. यह डोज फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को लगाया जा रहा है. करीब 1.05 करोड़ स्वास्थ्य सेवा और 1.9 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 से अधिक आयु वर्ग के 2.75 करोड़ लोगों को यह डोज दी जाएगी. उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात कर्मी भी बूस्टर खुराक के लिए पात्र होंगे क्योंकि उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर्स के रूप में शामिल किया गया है.
Co-Win प्लेटफॉर्म पर प्रिकॉशन डोज के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 8 जनवरी से शुरू हो चुका है. सभी एचसीडब्ल्यू, एफएलडब्ल्यू और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिक अपने मौजूदा Co-Win अकाउंट के माध्यम से प्रिकॉशन डोज लेने के लिए योग्य होंगे. केंद्र सरकार ने आज सुबह 9 बजे से बूस्टर डोज लगाए जाने का एलान किया है.
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को एक ट्वीट में कहा कि एक करोड़ से अधिक स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन वर्कर्स के कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों को उनकी प्रिकॉशन डोज के लिए रिमाइंडर SMS पहले ही भेजे जा चुके हैं. यह उल्लेखनीय है कि प्रिकॉशन डोज केवल 9 महीने के बाद यानी कोरोना वायरस वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने की तारीख से 39 सप्ताह बाद ली जा सकती है. स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय ने सिफारिश की है कि स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोमोरबिडिटी वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रिकॉशन डोज वही होगी जो पहले दी गई थी. इसने यह भी सूचित किया था कि कोमोरबिडिटी वाले वरिष्ठ नागरिकों को प्रिकॉशन डोज देने के समय डॉक्टर के प्रमाण पत्र देने की आवश्यकता नहीं होगी.
कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन
प्रिकॉशन डोज़ कोविड-19 वैक्सीन के दूसरे डोज़ लगने के 9 महीने पूरे होने पर ही लगाये जाने का प्रावधान है. कोविन पोर्टल पर हेल्थ केयर वर्कर और फ्रंट लाइन वर्कर की श्रेणी में पंजीकृत लोगों को पहले वहां एंट्री करवानी होगी. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि निजी अस्पताल जो COVID-19 टीकाकरण केंद्र के रूप में कार्य करते हैं, वे अपने योग्य स्टाफ सदस्यों को टीका लगा सकते हैं.
इस बीच, रविवार को सुबह 7 बजे तक अंतिम रिपोर्टों के अनुसार, भारत का COVID-19 टीकाकरण कवरेज 151.57 करोड़ से अधिक हो गया है.
प्रिकॉशन डोज में कौन-सी वैक्सीन दी जाएगी?
वहीं वैक्सीन दी जाएगी जो पहले दी गई थी यानी अगर पहले कोविशील्ड लगी है तो तीसरी डोज भी कोविशील्ड की ही लगेगी, इसी तरह अगर कोवैक्सीन लगी है तो कोवैक्सीन ही दी जाएगी. अगर स्पूतनिक V पहले लगी है तो स्पूतनिक V ही लगेगी। हालांकि, ब्रिटेन और अमेरिका में मिक्स्ड वैक्सीन (पहली वैक्सीन एक कंपनी की और दूसरी या तीसरी वैक्सीन दूसरी कपंनी की) लगाई गई.
पीएम नरेंद्र मोदी ने की COVID-19 स्थिति की समीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में महामारी की स्थिति, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे0 टीकाकरण अभियान की स्थितिको लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. पीएम मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य अवसंरचना सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया और अधिकारियों से राज्यों के साथ इस संबंध में समन्वय बनाए रखने को कहा. विस्तृत चर्चा के बाद प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि उच्च मामलों की रिपोर्ट करने वाले समूहों में गहन नियंत्रण और सक्रिय निगरानी जारी रहनी चाहिए और उन राज्यों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए जो वर्तमान में उच्च मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं. उन्होंने प्रसार को नियंत्रित करने के लिए मास्क और शारीरिक दूरी के उपायों के प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला,
HIGHLIGHTS
- आज सुबह 9 बजे से बूस्टर डोज लगाने की प्रक्रिया शुरू
- फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को लगेगी डोज
- एक करोड़ से ज्यादा लोगों को एसएमएस के जरिये भेजा गया रिमाइंडर