केंद्र सरकार ने देश की आजादी के 75 साल पूरी होने पर अवसर पर जश्न की तैयारी की है. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 259 सदस्यीय उच्च स्तरीय राष्ट्रीय समिति गठित की है. समारोहों की तैयारी संबंधी गतिविधियों को लेकर प्रक्रिया पर चर्चा करने के लिए उच्च स्तरीय समिति 8 मार्च को पहली बैठक करेगी. संस्कृति मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता के तहत 259 सदस्यों वाली एक राष्ट्रीय कमेटी बनाई है. सरकार की ओर से इसके लिए गजट अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. इस समिति में अलग-अलग क्षेत्रों की हस्तियां और विशिष्ट नागरिक भी हैं.
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कब से शुरु होगा जश्न
संस्कृति मंत्रालय के मुताबिक जो कमेटी बनाई गई है उसके मुताबिक भारत की आजादी के 75 साल होने के अवसर पर कार्यक्रमों की रूपरेखा के लिए नीति निर्देशन और मार्गदर्शन का काम करेगी. इसके तहत 15 अगस्त 2022 के 75 हफ्ते पहले 12 मार्च 2021 से आयोजनों की शुरुआत होगी. इसी दिन महात्मा गांधी के ऐतिहासिक नमक सत्याग्रह की 91वीं वर्षगांठ भी है. मोदी सरकार आजादी के 75 साल पूरा होने को देशभर में जश्न के साथ मनाना चाहती है. इसके लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा. बताया जाता रहा है जल्द की कमेटी की बैठक में इस बात को लेकर चर्चा की जाएगी कि आजादी के जश्न पर किस तरह के आयोजन किए जाएं और कार्यक्रम की रूपरेखा कैसी हो.
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कमेटी में कौन-कौन शामिल
जानकारी के मुताबिक इस समिति में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, 28 मुख्यमंत्री, गायिका लता मंगेशकर, नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन, बीजेपी के सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी, तकरीबन सभी केंद्रीय मंत्री और कई राज्यपाल शामिल हैं. कमेटी में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती को भी शामिल किया गया है.
Source : News Nation Bureau