राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने जस्टिस रंजन गोगोई के नाम पर मुहर लगा दी है। जस्टिस रंजन गोगोई देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने जस्टिस रंजन गोगोई का नाम केंद्र सरकार को भेजा था। जिसके बाद जस्टिस गोगोई को देश का अगला चीफ जस्टिस बनना तया माना जा रहा था।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा 2 अक्टूबर को रिटायर होंगे, जिसके बाद रंजन गोगोई अपना पदभार संभालेंगे।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में रहते हुए गोगोई ने 7 ऐसे महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की है, जिनकी चर्चा हरदम होती है। इनमें से एक मामला NRC का भी है। इसके तहत असम में नागरिकों की पहचान की जा ही है।
पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र हैं जस्टिस गोगोई
जस्टिस गोगोई असम के पूर्व मुख्यमंत्री केशव चंद्र गोगोई के पुत्र हैं। इसके साथ ही वह पूर्वोत्तर भारत से इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले जज बन जाएंगे। उनके नाम की सिफारिश वर्तमान चीफ जस्टिस मिश्रा ने की है जो 2 अक्टूबर को सेवानिवृत्ति होने जा रहे हैं।
गुवाहाटी होईकोर्ट में बने थे जज
वर्ष 1978 में गुवाहाटी हाईकोर्ट से वकालत शुरू करने वाले जस्टिस गोगोई 2001 में गुवाहाटी हाईकोर्ट के जज बने थे। वर्ष 2012 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया था और इसके बाद वे चुनाव सुधार से लेकर आरक्षण सुधार तक के कई अहम फैसलों में शामिल रहे हैं।
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Source : News Nation Bureau