शिवसेना सांसद अरविंद सावंत के केंद्रीय भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्री के रूप में पद छोड़ने के एक दिन बाद राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और कैबिनेट मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया. राष्ट्रपति भवन ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ने, जैसा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सलाह दी थी, सावंत का केंद्रीय मंत्रिपरिषद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इसमें कहा गया है कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और सूचना एवं प्रसारण मामलों के मंत्री जावड़ेकर को अतिरिक्त प्रभार दिया जाएगा.
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बयान में आगे कहा गया, "प्रधानमंत्री द्वारा दी गई सलाह के अनुसार, राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि जावड़ेकर को उनके मौजूदा विभागों के अलावा, भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय का प्रभार सौंपा जाए. सावंत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में शिवसेना के एकमात्र प्रतिनिधि थे. चुनाव पूर्व गठबंधन होने के बावजूद, 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा और शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर आपस में उलझ गए.
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भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। दोनों दलों की संयुक्त सीट संख्या 161 थी, जो 288 सदस्यीय विधानसभा में 145 के बहुमत से अधिक थी, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों के बीच विवाद बढ़ने के बाद शिवसेना के अरविंद सावंत ने इस्तीफा दे दिया. 54 सीटें जीतने वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने मांग की कि शिवसेना को राज्य में किसी भी गठबंधन के लिए राजग का साथ छोड़ना होगा. 288 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं.
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बता दें, अरविंद सावंत ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दिया था. इस्तीफा देने के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में नई सरकार बनने जा रही है. उन्होंने कहा, 30 मई को मंत्री पद की शपथ ली थी, जनादेश मिला था, अध्यक्ष से उद्धव जी मिले थे तभी 50-50 का फार्मूला बना था ,और तय हुआ था. लेकिन फिर बीजेपी ने इसे नाकारा और कहा ऐसा तय ही नही हुआ था. ठाकरे परिवार ज़बान पर रहता है और अब मैंने इस्तेफा दे दिया है.अरविंद सावंत ने कहा, मैंने पीएम मोदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब इसी के साथ हमारा गठबंधन खत्म हुआ. वहीं दूसरी तरफ शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि शिवसेना ने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतात्रिंक गठबंधन (NDA) से अलग होने का फैसला किया है.
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पार्टी महाराष्ट्र में कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के समर्थन से सरकार बनाएगी. राउत ने सामने आए घटनाक्रम में अब तक का सबसे स्पष्ट संकेत देते हुए कहा, 'हमने पहला कदम उठाया है और अब हर पक्ष के लिए स्वीकृत न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर सरकार बनाने के लिए उचित कदम उठाना उन पर निर्भर है.