Presidential Election: BJP ने विपक्ष पर डाला दबाव, नड्डा ने की सोनिया अन्य से बात

भाजपा ने एक बार फिर से आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने पर राजनीति नहीं करने की अपील करते हुए सभी दलों से समर्थन देने के लिए उन पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना शुरू कर दिया है.

author-image
Nihar Saxena
New Update
Nadda Murmu

एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के लिए जेपी नड्डा ने भी संभाला मोर्चा.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

विपक्षी दलों द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए घोषित संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से पहले अपने उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का नामांकन करवाने के साथ ही भाजपा ने एक बार फिर से आदिवासी महिला उम्मीदवार के नाम पर सर्वसम्मति बनाने के लिए विरोधी दलों पर मनोवैज्ञानिक दबाव डालना शुरू कर दिया है. इसे लेकर एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के साथ-साथ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने भी मोर्चा संभाल लिया है. इस कड़ी में शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व अन्य नेताओं से बात कर एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिए एकमत से समर्थन देने की मांग की. बीजेपी की यह रणनीति विपक्ष के लिए आने वाले चुनावों में भारी साबित हो सकती है.  

राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा पर है जिम्मेदारी
दरअसल राष्ट्रपति चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही भाजपा ने देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए सर्वसम्मत उम्मीदवार की बात करते हुए अपने दो दिगगज नेताओं जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह को सभी दलों के नेताओं के साथ बातचीत की जिममेदारी सौंपी थी, लेकिन विपक्षी दल ने इसकी संभावनाओं पर विराम लगाते हुए अपनी तरफ से संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाने की घोषणा कर दी. इसके बाद भाजपा ने एनडीए उम्मीदवार के तौर पर द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान करने के साथ ही यह भी दावा किया भाजपा पहली बार इस देश को एक आदिवासी वह भी महिला राष्ट्रपति देने जा रही है.

यह भी पढ़ेंः MP- महाराष्ट्र के बाद क्या झारखंड? गैर- BJP दल गंवा रहे अपनों का भरोसा

द्रौपदी मुर्मू खुद भी कर रहीं बात
नामांकन में बाजी मारते हुए भाजपा ने अपने उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का नामांकन विपक्षी उम्मीदवार से काफी पहले शुक्रवार को ही करा दिया और इसी के साथ भाजपा ने एक बार फिर से आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने पर राजनीति नहीं करने की अपील करते हुए सभी दलों से समर्थन देने के लिए उन पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना शुरू कर दिया है. एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने कांग्रेस की अंतरिम राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी के अलावा अन्य कई विपक्षी दलों के नेताओं से बात कर कर राष्ट्रपति चुनाव में अपने लिए उनकी पार्टी का समर्थन मांगा.

नड्डा ने भी शुक्रवार को कई नेताओं से बात
वहीं दूसरी तरफ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यसभा में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे एवं लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और जेडी-एस नेता एचडी देवेगौड़ा को फोन कर उनसे द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का अनुरोध करते हुए कहा कि इस तरह के मुद्दों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. इसी के साथ मोदी सरकार के कई मंत्री, भाजपा के दिग्गज नेता और भाजपा के कई मुख्यमंत्री भी आदिवासी महिला के राष्ट्रपति बनने का विरोध नहीं करने की अपील करते हुए विरोधी दलों से द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की अपील करने लगे.

यह भी पढ़ेंः बागी विधायकों को लेकर उलझी उद्धव सरकार, क्या देना पड़ेगा इस्तीफा? 

बीजेपी की रणनीति से विपक्ष की दुविधा बढ़ी
हालांकि, कांग्रेस, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस पहले ही अन्य विरोधी दलों के साथ मिलकर राष्ट्रपति चुनाव के लिए विरोधी दलों के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में यशवंत सिन्हा के नाम का ऐलान कर चुके हैं और सिन्हा 27 जून को नामांकन करने की तैयारी भी कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा अपनी इस मुहिम के जरिए विरोधी दलो की दुविधा को और ज्यादा बढ़ाना चाहती है. इन अपीलों के बावजूद अगर यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया और विरोधी दलों ने उनका समर्थन किया, तो भाजपा के लिए यह कहना आसान होगा कि विरोधी दल एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति के रूप में देखना नहीं चाहते हैं.

HIGHLIGHTS

  • जेपी नड्डा ने सोनिया समेत फारुक, देवेगौड़ा से की बात
  • द्रौपदी मुर्मू ने भी सोनिया, पवार औऱ ममता को किया फोन
  • विपक्ष के समर्थन नहीं देने से आगे चुनाव में मिलेगा माइलेज
INDIA बीजेपी विपक्ष सोनिया गांधी Draupadi Murmu President Opposition द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव Presidential Elections भारतीय राष्ट्रपति NDA candidate
Advertisment
Advertisment
Advertisment