गुरुवार, 17 जुलाई को राष्ट्रपति के नाम पर फैसला साफ हो जाएगा। गुरुवार को राष्ट्रपति चुनाव के वोटों की गिनती होनी है। इसके बाद यह तय हो जाएगा कि देश के 14 वें राष्ट्रपति कौन होंगे, मीरा कुमार या फिर एनडीए के उम्मीदवार राम नाथ कोविंद।
अगर आंकड़ों को देखें तो रामनाथ कोविंद का पलड़ा मीरा कुमार के मुकाबले कहीं ज्यादा भारी है और ऐसी संभावना भी जताई जा रही है कि कोविंद का चुनाव जीतना लगभग तय है। कोविंद के जीतने की उम्मीद इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि वोटिंग के दिन ही मीरा कुमार पर विपक्ष में पड़ी फूट सबके सामने आ गई थी।
ऐसी खबरें भी सामने आई थीं कि समाजवादी पार्टी से लेकर ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस तक के सांसद ने क्रॉस वोटिंग की और पार्टी के स्टैंड से अलग जाकर रामनाथ कोविंद को वोट दे दिया।
विपक्ष ने भी संकतों में सही वोटिंग के दौरान ही हार स्वीकार कर ली थी जब ये बयान दिया गया कि आंकड़े भले ही हमारे पक्ष में ना हो लेकिन ये विचारधारा की लड़ाई है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष को आभास हो चुका है कि मीरा कुमार चुनाव हार जाएंगी।
20 जुलाई को उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों और चुनाव पर्यवेक्षक की मौजूदगी में सील लगे बैलेट बॉक्स को खोला जाएगा और वोटों की गिनती होगी। काउंटिंग के बाद चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार को रिटर्निंग ऑफिसर सर्टिफिकेट देंगे।
17 जुलाई को हुए राष्ट्रपति चुनाव में 776 सांसदों और 4,120 विधायकों ने मत डाले हैं और निर्वाचक मंडल के कुल मतों की कीमत 10,98,903 है। सांसदों ने हरे रंग के बैलेट पेपर पर वोट दिया है जबकि विधायकों ने गुलाबी रंग के बैलेट पेपर पर वोट डाला है।
एनडीए का हिस्सा ना होते हुए भी जेडीयू और बीजू जनता दल ने कोविंद के समर्थन में वोट दिया है। जेडीयू के पास जहां 1.91 फीसदी वोट है वहीं बीजू जनता दल के पास 2.99 फीसदी वोट है।
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इन दोनों दलों के अलावा टीआरएस और एआईएडीएमके जैसी पार्टियों ने भी कोविंद को समर्थन दिया है। टीआरएस के पास जहां 2 फासदी वोट हैं वहीं AIADMK के पास 5.39 फीसदी वोट शेयर है। गौरतलब है कि एनडीए के राम नाथ कोविंद को उम्मीदवार बनाने के ऐलान के बाद विपक्ष में फूट पड़ गई थी।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कोविंद के समर्थन का ऐलान कर दिया था जबकि महागठबंधन में शामिल आरजेडी और कांग्रेस ने मीरा कुमार को समर्थने देना का फैसला किया था।
मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है। कल ही देश को अपना नया राष्ट्रपति मिल जाएगा। गौरतलब है कि राष्ट्रपति भवन में नए महामहिम के स्वागत के लिए जोर-शोर से तैयारी चल रही है।
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HIGHLIGHTS
- राष्ट्रपति चुनाव के गुरुवार को आएंगे नतीजे
- रामनाथ कोविंद का जीतना लगभग तय
Source : Kunal kaushal